नई दिल्ली: हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणाम आज यानी मंगलवार 8 अक्टूबर को घोषित हुए। सुबह 8 बजे जब मतगणना शुरू हुई तो शुरुआत में कांग्रेस को बड़ी बढ़त मिलते दिखी। देखते ही देखते हरियाणा से लेकर दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय तक मिठाइयां बांटी जाने लगीं। लेकिन जैसे-जैसे मतगणना आगे बढ़, रुझान बदलने लगे और देखते ही देखते भाजपा बहुमत के आंकड़े से आगे निकल गई। खबर लिखे जाने तक राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी 90 में से कुल 50 सीटों पर आगे चल रही थी। अगर रुझानों ही परिणाम में बदलते हैं तो लगातार तीसरी बार हरियाणा में भाजपा सरकार बन जाएगी और यह अपने आम में एक इतिहास होगा।
कांग्रेस को हरियाणा में जीत का विश्वास था। राज्य की सभी 90 सीटों के लिए 5 अक्टूबर को एक ही चरण में विधानसभा चुनाव हुए थे। इसके बाद 5 अक्टूबर को ही जारी हुए Exit Poll ने भी कांग्रेस के विश्वास को और हवा दी। तमाम एग्जिट पोल्स में दिखाया गया कि कांग्रेस अकेले ही राज्य में 50-65 सीटें तक जीत सकती है। वहीं एग्जिट पोल्स में भाजपा को 30 या इससे कम सीटों पर सिमटते दिखाया गया था। आज जब चुनाव परिणाम सामने आ रहे हैं तो एग्जिट पोल्स एक बार फिर फेल होते दिख रहे हैं।
एग्जिट पोल्स के फेल होने की कहानी पुरानी है। इससे पहले भी एग्जिट पोल्स कई बार जनता के मूड को भांपने में असफल साबित हो चुके हैं। बहरहाल भाजपा लगातार तीसरी बार राज्य में सत्ता पर काबिज होने जा रही है। यह अपने आप में इतिहास है, क्योंकि हरियाणा में अब तक लगातार तीसरी बार किसी भी पार्टी ने सरकार नहीं बनाई है।
दो बार सरकार बना चुकी हैं पार्टियां
हरियाणा में इससे पहले कई बार पार्टियां लगातार दो बार चुनाव जीतकर सरकार बना चुकी हैं। इसमें कांग्रेस और भाजपा दोनों शामिल हैं। सबसे पहले 1968 में तीसरी विधानसभा और 1972 में चौथी विधानसभा के लिए लगातार दो बार कांग्रेस को जीत मिल चुकी है। इसके बाद 2005 में 11वीं और 2009 में 12वीं विधानसभा में कांग्रेस ने फिर से जीत दर्ज करके सरकार बनाई। 2014 में 13वीं और 2019 में 14वीं विधानसभा के लिए भाजपा को जीत मिल चुकी है। अब 15वीं विधानसभा में भी भाजपा की सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया है।