नई दिल्ली : केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार ने नौ साल पूरे कर लिए हैं और दसवें साल में प्रवेश कर लिया है लेकिन उसके सामने अब बड़ी चुनौतियां आ खड़ी हुई हैं। इस साल के अंत तक पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव और अगले साल लोकसभा के साथ-साथ छह राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों में हार और विपक्षी दलों की एकता के बाद बीजेपी आगामी चुनावों के लिए चौकन्ना हो चुकी है।
पंडित नेहरू की बराबरी के रिकॉर्ड की चाहत:
दरअसल, बीजेपी के शीर्ष नेता चाहते हैं कि देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की तरह पीएम मोदी भी लगातार तीसरी बार जीतकर बतौर प्रधानमंत्री तीसरा कार्यकाल पूरा करें। नेहरू 15 अगस्त 1947 से लेकर 27 मई 1964 तक (कुल 16 साल 286 दिन) देश के प्रधानमंत्री थे। पार्टी नेतृत्व ने इसके लिए मोदी सरकार के 10वें साल का गेम प्लान तैयार कर लिया है। अभी हाल ही में सरकार के नौ साल पूरे होने पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि केंद्र में 26 मई, 2014 को पीएम पद की शपथ लेने के बाद से लेकर अब तक का उनका नौ साल का शासन ‘सेवा,सुशासन’ और गरीब कल्याण पर केंद्रित रहा है।
इसी मौके पर बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने संकेत दिया है कि 17वीं लोकसभा के बाकी 10 महीनों और 2024 के आम चुनावों की अधिसूचना जारी होने तक मोदी सरकार गरीबों और महिलाओं के लिए योजनाएं लागू करने पर जोर देने के साथ आम लोगों के कल्याण पर ध्यान केंद्रित करेगी। पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निरंतर लोकप्रियता के आधार पर लगातार तीसरी बार लोकसभा चुनावों में जीत की उम्मीद लगाए हुए है।
बीजेपी का त्रि-सूत्री फार्मूला क्या:
इसके अलावा बीजेपी कांग्रेस के चुनावी जीत वाली रणनीति जिसे वह फ्रीबीज कहती रही है, उसकी काट के लिए त्रि-सूत्री फार्मूले पर काम कर रही है। बीजेपी अपने पुराने दृष्टिकोण को अपनाते हुए हिन्दुत्व, राष्ट्रवाद और गवर्नेंस एवं वेलफेयर स्टेट का मोदी मॉडल फिर से लागू कर देशभर में कांग्रेस के खिलाफ चुनाव जीतना चाह रही है।
बीजेपी के एक शीर्ष नेता ने पिछले हफ्ते News18 को बताया, “हमें बड़ी तस्वीर पर ध्यान केंद्रित करना है। मोदी के नेतृत्व वाली बहुमत की सरकार ने लोगों के जीवन में परिवर्तनकारी बदलाव लाया है और गरीबों का उत्थान किया है। यही बात हम जनमानस के बीच लेकर जाएंगे।” प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को नए संसद भवन के उद्घाटन के बाद एक बैठक में भाजपा के मुख्यमंत्रियों को भी यही मंत्र दिया है।
244 पन्नों की बुकलेट में जीत का रोडमैप:
मोदी सरकार के नौ वर्षों पर 244 पन्नों की एक बुकलेट प्रकाशित की गई है। इस बुकलेट में सरकार का गुणगान करते हुए स्पष्ट किया गया है कि कैसे पीएम मोदी ने “14 प्राथमिकताओं” पर ध्यान केंद्रित किया है, इसमें “जादुई इरादे का प्रदर्शन, वास्तविक सहानुभूति का स्पर्श, अटूट जोखिम उठाना और पूर्ण देशभक्ति का संपूर्ण उपाय ” शामिल है।
इसके अलावा बीजेपी ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के उन चुनावी वादों की भी लिस्ट तैयार कर रखी है, जो अभी तक पूरे नहीं किए जा सके हैं। एक बीजेपी नेता के मुताबिक कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में अभी तक बेरोजगारों को भत्ता देने का वादा पूरा नहीं किया है। इसके साथ ही बीजेपी नेता इस बात को आम जन तक पहुंचाने की कोशिश करेंगे कि कांग्रेस के मुफ्त वाले चुनावी वादे जमीन पर नहीं उतारे जा सकते क्योंकि इससे सरकारी खजाने पर भारी भरकम बोझ आ सकता है।