मुंबई : बीजेपी विधायक नितेश राण एक बार फिर विवादित बयान से चर्चा में हैं. अब एनआरआई थाने की पुलिस ने नितेश के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की है. नितेश ने नवी मुंबई में एक गणपति कार्यक्रम में अपने भाषण के दौरान अल्पसंख्यक समुदाय को लेकर विवादास्पद बयान दिया था.
नितेश, रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग से बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के बेटे हैं. वे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री भी रहे हैं. जबकि नितेश कणकवली से विधायक हैं.
गणपति उत्सव समारोह में पहुंचे थे नितेश राणे
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिसकर्मी की शिकायत के आधार पर नितेश राणे और कार्यक्रम आयोजक के खिलाफ एनआरआई पुलिस स्टेशन में रविवार को एफआईआर दर्ज कर ली गई है. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि संकल्प घराट ने बिना अनुमति के उल्वे में सात दिवसीय गणपति समारोह का आयोजन किया और विधायक राणे को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया.
नितेश और कार्यक्रम आयोजक के खिलाफ FIR
शिकायत में कहा गया है कि 11 सितंबर को कार्यक्रम में नितेश राणे सम्मिलित हुए. उन्होंने कथित तौर पर अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाते हुए भड़काऊ भाषण दिया. इस मामले में नितेश और आयोजक के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 302 (किसी व्यक्ति की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से जानबूझकर शब्द बोलना), 351(2) (आपराधिक धमकी), 352 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान) और अन्य प्रावधान के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.
अहमदनगर में भी दिया था विवादास्पद बयान
यह पहली बार नहीं है जब नितेश राणे ने अपने भड़काऊ भाषणों से विवाद खड़ा किया हो. इससे पहले नितेश ने महाराष्ट्र के अहमदनगर में भड़काऊ बयान दिया था. उन्होंने कहा था, हमारे रामगिरी महाराज के खिलाफ अगर किसी ने कुछ कहा तो मस्जिदों में आकर चुन-चुन कर मारेंगे. बता दें कि महंत रामगिरी महाराज पर 14 अगस्त को नासिक जिले में एक धार्मिक कार्यक्रम में इस्लाम और पैगंबर मुहम्मद के बारे में कथित अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप है. जिसके बाद प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में उनके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन देखने को मिला था.
बाद में अहमदनगर में सकल हिंदू समाज की तरफ से रामगिरी महाराज के समर्थन में बीजेपी नेता नितेश राणे के नेतृत्व मे मोर्चा निकाला गया. मोर्चे में बड़ी तादाद में हिंदू समाज के लोग शामिल हुए. इस मोर्चे के दौरान नितेश राणे ने मुस्लिम समाज को खुली धमकी दी. बीजेपी विधायक नितेश राणे के खिलाफ अहमदनगर जिले के तोफखाना पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है.
इस साल अप्रैल में मुंबई के उत्तरी उपनगर मीरा रोड में जनवरी में हुई सांप्रदायिक हिंसा की घटना के बाद अल्पसंख्यक समुदाय को कथित तौर पर धमकाने के लिए राणे के खिलाफ नफरत भरे भाषण के चार मामले दर्ज किए गए थे. हालांकि, बाद में पुलिस ने नितेश राणे के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में मामला दर्ज नहीं करने का फैसला किया और तर्क दिया कि बीजेपी विधायक ने अपने भाषणों में ‘रोहिंग्या और बांग्लादेशी’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया, जो भारतीयों के लिए नहीं थे.