नई दिल्ली: नई दिल्ली:मध्य प्रदेश में इस समय विधायकों के ऐसे कई बयान और सोशल मीडिया पर पोस्ट सामने आ रहे हैं, जिसमें वो साफ कह रहे हैं कि पुलिस उनकी बात नहीं सुनती और वो परेशान है. बीजेपी के विधायकों ने पुलिस के लचीले पन से परेशान होकर शिकायतें दर्ज की है. विधायकों ने इन मामलों पर सोशल मीडिया पर पोस्ट भी किए हैं.
वहीं, विपक्ष की कांग्रेस सरकार ने इस मामले को बीजेपी के खिलाफ उठाना शुरू कर दिया है. कांग्रेस का कहना है की जब बीजेपी सरकार में उन्हीं के विधायकों की नहीं सुनी जा रही तो फिर आम आदमी की बात क्या सुनी जाएगी ?
विधायक सागर देवरी
सागर के देवरी से विधायक ब्रिज बिहारी पटेरिया ने पुलिस थाने से अपना इस्तीफा भेज दिया. दरअसल, एक शख्स की सांप के काटने से मौत हो गई थी. डॉक्टर ने मृत्यु प्रमाण बनाने के लिए 40 हजार रुपये मांगे . इसी को लेकर पीड़ित परिजन पुलिस थाने पहुंचे. पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की, इस पर विधायक इतने नाराज हो गए की उन्होंने पुलिस थाने से ही अपना इस्तीफा भेज दिया. विधायक ब्रिज बिहारी पटेरिया ने कहा, जब पुलिस एक विधायक की सुन ही नहीं रही तो मेरे विधायक होने का क्या मतलब. हलांकि बाद में बीजेपी नेताओं के दखल के बाद इस्तीफा वापिस ले लिया गया.
मऊगंज के विधायक प्रदीप पटेल
रीवा जिले के मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल लगातार पुलिस से मांग कर रहे थे की नशे के खिलाफ कार्यवाही करें . उनके विधानसभा क्षेत्र में लगातार नशे का कारोबार चल रहा है . कार्यवाही नहीं होने की वजह से एसपी के दफ्तर में जाकर बीजेपी विधायक ने दंडवत कर इंसाफ की मांग कर डाली .
विधायक संजय पाठक
वहीं, बीजेपी के सबसे अमीर विधायक संजय पाठक बोले मेरी जान को खतरा है. कटनी से मध्य प्रदेश के सबसे अमीर विधायक संजय पाठक ने कहा कि मैंने कई बार देखा है कि जबलपुर, कटनी और भोपाल स्थित मेरे घर के बाहर कई लोग संदिग्ध परिस्थितियों में दिखे हैं. कई बार लोग पीछा करते हुए दिखे हैं. उन्होंने कहा, मुझे महसूस होता है कि कुछ लोग मेरे पीछे पड़े हैं. इसके पीछे मुझे षड्यंत्र समझ में आ रहा है, यह केवल आधार का छोटा मामला नहीं है, यह एक गहरी साजिश है.
विधायक अजय विश्नोई
जबलपुर के जिले के पाटन से बीजेपी विधायक अजय विश्नोई ने भी बयान दिया है. उन्होंने मऊगंज से विधायक प्रदीप पटेल के पुलिस के सामने दंडवत होने का वीडियो पोस्ट कर X पर लिखा, “प्रदीप जी, आपने सही मुद्दा उठाया है पर क्या करें पूरी सरकार ही दंडवत है शराब ठेकेदारों के आगे”.
पार्षद भी परेशान
सिर्फ विधायक ही नहीं बल्कि बीजेपी के पार्षद भी काफी परेशान है . ग्वालियर के वार्ड न. 58 से बीजेपी पार्षद अर्पणा पाटिल ने एक वीडियो जारी किया . इस वीडियो में उन्होंने सड़क पर शराब पी रहे लोगों को दिखाया. कहा लगातार शिकायत करने के बाद भी पुलिस उनकी एक बात नहीं सुन रही .
कांग्रेस ने साधा निशाना
अब इन तमाम मामलों के सामने आने के बाद कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है. कांग्रेस का कहना है की जब बीजेपी के विधायक ही अपनी सरकार से परेशान है . उन्हें ही इंसाफ नहीं मिल रहा तो आम आदमी को क्या इंसाफ मिलेगा ? इस पूरे मामले पर बीजेपी के नेता चुप है.