बेंगलुरु: कर्नाटक में पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के बेटे बीवाई विजयेंद्र के स्टेट बीजेपी चीफ बनने पर पार्टी के भीतर से असंतोष की आवाजें उठने लगी हैं। भाजपा सांसद रमेश जगाजिनागी ने इसे लेकर पार्टी आलाकमान पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, रमेश ने कहा कि विजयेंद्र को हाई कमान ने पार्टी प्रेसिडेंट बनाया है, भदवा दल से जुड़े राज्य के नेताओं ने नहीं। विजयपुरा में मीडिया से बातचीत के दौरान रमेश ने कहा, ‘अगर आप दलित हैं तो बीजेपी के अंदर आपको आगे बढ़ने का मौका नहीं मिलने वाला है।’
रमेश जिगाजिनागी ने कहा कि अगर आप अमीर नेता या गौड़ा (वोक्कालिगा) हैं तो लोग आपका सपोर्ट करेंगे। मगर, कोई दलित लीडर है तो उसके समर्थन में कोई भी नहीं खड़ा होगा। हम सबको यह पता है और इस तरह की स्थिति बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने विजयेंद्र को कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बनाए जाने के पार्टी आलाकमान के फैसले पर सवाल उठाए, क्योंकि वह बीएस येदियुरप्पा के बेटे हैं। मालूम हो कि भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा के छोटे बेटे विजयेंद्र को 10 नवंबर को इस पद पर नियुक्त किया गया था और वह 15 नवंबर को औपचारिक रूप से पदभार संभालेंगे।
विजयेंद्र ने देवगौड़ा और बोम्मई से की मुलाकात
इस बीच, विजयेंद्र ने सोमवार को शिष्टाचार मुलाकात के तहत जनता दल (सेक्युलर) के संरक्षक एचडी देवगौड़ा और पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से मुलाकात की। विजयेंद्र ने गौड़ा से उनके पद्मनाभ नगर स्थित आवास पर जाकर भेंट की। इस दौरान उन्होंने उनके पैर छूकर आशीर्वाद लिया और उन्हें शॉल, माला व गुलदस्ता भेंट किया। जेडीएस सितंबर में भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल हो गई थी और दोनों दलों ने कहा था कि वे जल्द ही कर्नाटक में लोकसभा चुनाव के लिए सीट-बंटवारे की व्यवस्था को अंतिम रूप देंगे। वहीं, बोम्मई से उनके आवास पर मुलाकात के बाद विजयेंद्र ने कहा कि पूर्व सीएम ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह लोकसभा चुनाव के लिए उनके नेतृत्व में पार्टी के प्रचार के लिए पूरे कर्नाटक की यात्रा करेंगे।