नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए मिशन 80 लेकर मैदान में उतरी भारतीय जनता पार्टी अपने पुराने प्लान पर वापस लौट गई है. साल 2019 में बीजेपी ने यूपी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सबसे पहली रैली मेरठ में की थी. इस बार प्लान था कि पीएम की पहली रैली अलीगढ़ में होगी. हालांकि अब ऐसा नहीं होगी. प्रस्ताव दिया गया है कि पीएम की रैली बुलंदशहर में कराया जाए. रैली की तैयारी के लिए 12 मंत्रियों की ड्यूटी भी लगाई गई है. माना जा रहा है कि पीएम मोदी ने एक बार फिर यूपी की कमान अपने हाथ में ले ली है.
पश्चिमी यूपी बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती
यूपी में बीजेपी के लिए पश्चिमी यूपी एक बड़ी चुनौती के तौर पर रहा है. यहां समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय लोकदल और बहुजन समाज पार्टी समेत कांग्रेस अपनी ताकत झोंके रहते हैं. इसके अलावा कई सीटों पर इन दलों का वोटबैंक मजबूत है. ऐसे में बीजेपी इसी क्षेत्र से प्रचार की शुरुआत करती है ताकि विपक्ष को यहां पटखनी दी जा सके.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुलंदशहर में करोड़ों की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. कई ऐसी योजनाएं हैं जो पूरी हो चुकी हैं जिनका प्रधानमंत्री मोदी लोकार्पण करेंगे तो वहीं बुलंदशहर के विकास के लिहाज से कई योजनाओं का शिलान्यास भी करेंगे.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कार्यक्रम को लेकर के कहा कि बुलंदशहर से बुलंद भारत की बुलंद तस्वीर निकलेगी. भारत का हर शहर बुलंद बने ,भारत की सीमाएं बुलंद हो इसलिए बुलंदशहर से शुरुआत हो रही है.
उन्होंने आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लिए हर क्षेत्र महत्वपूर्ण है. यह कोई अन्य दलों की तरह नहीं जंसर कोई कार्यक्रम किसी एक क्षेत्र जैसे इटावा या मैनपुरी जैसा चुने.उन्होंने कहा हमारे लिए हर क्षेत्र महत्वपूर्ण है इसलिए प्रधानमंत्री मोदी किसी भी जगह से इसकी शुरुआत कर सकते हैं.