रायपुर: छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी ने बीजापुर के बीजेपी नेता अजय सिंह को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। उन पर एक आदिवासी युवक से मारपीट और अभद्र व्यवहार का आरोप लगा है। बीजेपी संगठन ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए पार्टी की छवि धूमिल करने का प्रयास बताया है। वहीं कुछ दिनों पहले अजय सिंह और बीजापुर कलेक्टर अनुराग पांडेय के बीच टेंडर को लेकर विवाद का ऑडियो भी सोशल मीडिया में खूब वायरल हुआ था। आदिवासी समाज के लोगों ने अजय सिंह की गिरफ्तारी को लेकर धरना प्रदर्शन भी किया था।
रविवार को भैरमगढ़ के भाजपा नेता अजय सिंह को बीजापुर पुलिस ने हिरासत में भी लिया था। भाजपा नेता पर कुछ दिनों पहले आदिवासी समाज के लोगों ने एक आदिवासी युवक के साथ जातिगत गालीगलौज करने का आरोप लगाया था। आदिवासी समाज के लोगों ने अजय सिंह के खिलाफ थाने में FIR भी दर्ज करवाई थी। आदिवासी लोगों ने रैली निकालकर बीजापुर में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था। इसके बाद भाजपा की बीजापुर जिला इकाई ने प्रदेश संगठन से अजय सिंह के विरुद्ध कार्रवाई की अनुशंसा की थी।
कुछ दिन पहले ही बीजापुर कलेक्टर अनुराग पांडेय और अजय सिंह के बीच मोबाइल पर काफी तीखी बहस हुई थी। इसकी एक ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। भाजपा नेता ने कलेक्टर पांडेय को चार दिनों में कलेक्टरी से हटाने की चुनौती दी थी। इस ऑडियो को प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अपने फेसबुक पर पोस्ट भी किया था। भाजपा नेता ने 4 दिनों की चुनौती दी थी और सात दिन बाद बीजापुर कलेक्टर अनुराग पांडेय का तबादला कर मंत्रालय में अटैच किया गया था। इस गटना से अंदाजा लगाया जा रहै है कि पार्टी में अजय सिंह का कितना दबदबा था, लेकिन छत्तीसगढ़ बीजेपी ने विवादों के चलते उनसे किनारा करते हुए पार्टी से निष्काषित कर दिया है।