नई दिल्ली: साल 2014 और साल 2019 के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अब वर्ष 2024 के आम चुनावों को फतह करने पर नजर है। भगवा दल इस बार के लोकसभा चुनाव में जीत के साथ अपनी तीसरी बार प्रचंड विजय के मिशन पर है। यही वजह है कि वह अपने न्यू ईयर पर किसी प्रकार की कोताही नहीं बरतना चाहती है।
भगवा दल देश भर में ‘लोकसभा योजना’ पर मंथन के साथ नए साल की शुरुआत करेगाष सूत्रों के हवाले से समाचार एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट में बताया गया कि भाजपा इस साल जनवरी के पहले हफ्ते में देश भर में ‘लोकसभा योजना बैठक’ आयोजित करने जा रही है, जिसका मकसद आगामी संसदीय चुनावों से पहले अपनी तैयारियों को लेकर पार्टी में विचार-विमर्श करना है।
भाजपा हाईकमान ने पार्टी के सभी राज्य प्रभारियों, प्रदेश अध्यक्षों और राज्यों के पार्टी संगठन महासचिवों को पत्र लिखा है। पार्टी आलाकमान ने पार्टी संगठन को प्रभावित करने वाले सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों, संगठनात्मक तैयारियों, पार्टी गतिविधियों, प्रचार अभियानों और विभिन्न प्लेटफार्मों तथा मीडिया स्रोतों पर चलने वाले राजनीतिक नैरेटिव पर भी विस्तार से चर्चा करने के निर्देश दिए हैं।
भाजपा 2024 के आम चुनाव की विभिन्न तैयारियों को लेकर समय पर भी विशेष ध्यान दे रही है। चूंकि, अभी तक चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं हुई है। बीजेपी ने पार्टी के सभी राज्य प्रभारियों, प्रदेश अध्यक्षों और महासचिवों को सात जनवरी से पहले लोकसभा योजना बैठक आयोजित करने को कहा है। इन बैठकों की डिटेल भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेजने का भी निर्देश दिया है।
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह की ओर से लोकसभा योजना बैठक के लिए सभी राज्यों को जेपी नड्डा की ओर से भेजे गए दिशा-निर्देशों में कहा गया है, ”7 जनवरी से पहले राष्ट्रीय पार्टी पदाधिकारी की मौजूदगी में आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों के संबंध में विस्तृत चर्चा के लिए बैठक आयोजित की जाए।”
आगे इसमें कहा है, “बड़े राज्यों में अपेक्षित पार्टी प्रतिनिधियों की संख्या 40-50 के बीच हो सकती है और छोटे राज्यों में उनकी संख्या 20-30 होनी चाहिए।” लोकसभा योजना बैठक में हुई सभी चर्चाओं का दस्तावेजीकरण कर अनुमोदन के लिए भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष को भेजना होगा।