अयोध्या। लोकसभा चुनाव के दो चरण हो चुके हैं. बाकी पांच चरण बाकी है. सभी राजनैतिक पार्टियां चुनावी प्रचार के लिए नए-नए तरीकों को आजमा रहीं हैं. भारतीय जनता पार्टी ने बाकी शेष चरणों में चुनाव प्रचार के लिए अनोखा तरीका निकाला है. पार्टी ने राम मंदिर निर्माण के काम को जन-जन तक पहुंचाने के लिए मंडल स्तर पर मठ-मंदिर टोली का गठन किया है.
मंदिरों के पुजारी और प्रबंधक अयोध्या में राम मंदिर बनाने की उपलब्धि को जन-जन तक पहुंचाएंगे. वह लोगों तक इसका श्रेय भारतीय जनता पार्टी को दिलाने के लिए जुट गए है. संगम नगरी प्रयागराज से भाजपा इसे एक अभियान के रूप में शुरू करने जा रही है जिसमे जिले के दस हजार से अधिक मंदिरो के पुजारियों और प्रबंधकों को जिम्मेदारी दी गई है.
मंदिर, मठ, आश्रमों के पुजारी और प्रबंधक किए जा रहे तैयार
लोकसभा चुनाव के रण में उतरी भाजपा एक बार फिर से राम मंदिर निर्माण के मुद्दे को जन जन तक ले जाना चाहती है. इस बार पार्टी का यह एजेंडा उसके कार्यकर्ता नहीं बल्कि मंदिर, मठ, आश्रमों के पुजारी और प्रबंधक आगे ले जायेंगे. भाजपा के जिला प्रवक्ता राजेश केशरवानी का कहना है कि भाजपा अपनी चुनावी तैयारी में किसी भी मोर्चे पर कोई कमी छोड़ना नहीं चाहती. पार्टी ने एक-एक मतदाता तक पहुंचने के लिए टीम का गठन किया है.
10445 पुजारी व प्रबंधकों की सूची तैयार
मठ-मंदिरों के पुजारी अपने-अपने क्षेत्र के समाज में बड़ा प्रभाव रखते हैं. इसी को देखते हुए पार्टी की ओर से लोकसभा के चुनाव में पार्टी की जीत के लिए आशीर्वाद मांगने के लिए मठ-मंदिरों की टोलियों का गठन किया है. ये टोलियां विजय का आशीर्वाद लेने साधु-संतों के द्वार पहुंचेंगे और मठ-मंदिरों के पुजारियों से जनसंपर्क करेंगे. इसके लिए विभिन्न मंदिरों व आश्रमों के 10445 पुजारी व प्रबंधकों की सूची तैयार की गई है जिनसे भाजपा के कार्यकर्ता संपर्क करेंगे.
15 सदस्यीय मठ-मंदिर टोली का गठन
राजेश केशरवानी कहते हैं कि भारतीय जनता पार्टी साधु-संतों व पुजारियों एवं धार्मिक संस्था के पदाधिकारियों की जन भावनाओं का सम्मान करती है. भाजपा द्वारा मंडल स्तर पर 15 सदस्यीय मठ-मंदिर टोली का गठन किया गया है जिनके द्वारा फूलपुर एवं इलाहाबाद संसदीय क्षेत्र से लगभग छोटे-बड़े मठ मंदिरों के पुजारियों और प्रबंधकों से संपर्क करेंगी.