देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने लोकसभा में प्रतिपक्ष नेता राहुल गांधी से मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री अमित शाह के द्वारा 10 प्रश्न पूछे जाने पर पलटवार करते हुए कहा कि सबसे पहले मुख्यमंत्री और अमित शाह यह बतायें कि राहुल गांधी जी ने सरकारी एजेसियों के दुरपयोग, अडाणी महाघोटाले, हिडनबर्ग के खुलासे पर सैंकडों सवाल केन्द्र सरकार से पूछे हैं उनके जबाव क्यों नही दिये जा रहे हैैं?
जम्मू कश्मीर के विधानसभा चुनाव में नैशनल कॉफ्रेश के साथ कांग्रेस के गठबंधन पर भाजपा मे बोखलाहट क्यों हैं? उन्होंने कहा कि यह वहीं नैशनल कॉफ्रेश है जिसके साथ भाजपा का लम्बे समय तक गठबंधन रहा, फारूख अब्दुल्ला भाजपा सरकार में लम्बे समय तक केन्द्रीय मंत्री रहे तब तो भाजपा को कोई आपत्ति नही थी व भाजपा की नजर में फारूख अब्दुल्ला तब बडे देश भक्त थे अब उनका गठबंधन कांग्रेस से हुआ है तो भाजपा को उनमें खोट नजर आ रहा है।
यही नही महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी के साथ भाजपा का गठबंधन रहा और महबूबा को मुख्यमंत्री भी बनाया तब उनको वहां भी देश भक्ति नजर आती थी लेकिन जैसे ही किसी भी राजनीतिक दल का भाजपा से गठबंधन टूटता है तो वो भाजपा की नजर में वह देश द्रोही पार्टी हो जाती है।
करन माहरा ने कहा कि भाजपा की यह दोगली राजनीति नही चलेगी। कांग्रेस पार्टी अगर किसी भी राज्य में वहां के लोगों की हक की लड़ाई लड़ती है तो उसमें भाजपा को बुराई नजर आती है। देश की आजादी से पहले और आजतक हमेशा कांग्रेस ने आम लोगों को साथ लेकर देश की मजबूती, एकता और अखण्डता के लिए काम किया है देश की जनता इस बात को भलीभॉति जानती है।
हमें भाजपा से देश भक्ति का प्रमाणपत्र लेने की आवश्कता नही है। जम्मू कश्मीर हो या देश के किसी भी अन्य राज्य में कोई भी अगर गैर कानूनी काम करता है देश की प्रतिष्ठा को ठेस पहुॅचाता है तो उसे देश के कानून के हिसाब से कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और गृहमंत्री अमित शाह को यह भी बताना चाहिए कि 11 वर्षो से देश में किसकी सरकार है।
जम्मू कश्मीर में कौन शासन कर रहा है? अगर वहां पर कुछ भी कानून के खिलाफ हो रहा है तो वहां कानून व्यवस्था बनाने की जिम्मेदारी किसकी है?। देश की आजादी की लड़ाई में अंग्रेजो की जासूसी करने वाले लोग कांग्रेस को देश भक्ति का पाठ ना पढाये तो ही अच्छा हैं।
करन माहरा ने कहा कि जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने पुलवामा हमले को लेकर गंभीर आरोप लगाये थे जिनके जबाव आज तक जनता को नही मिले है। जम्मू कश्मीर में आतंकवाद की कमर तोड़ने की गारटी देने वाली केन्द्र सरकार के शासन में वहां लगातार आतंकवादी हमलों में हमारे वीर सैनिक शहीद हो रहे है और केन्द्र सरकार मूकदर्शक बनी हुई है जिससे जनता में भारी आक्रोश है।
जन आक्रोश से ध्यान भटकाने के लिए ही भाजपा नेता इस प्रकार की अनर्गल बातें कर रहे है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की देवभूमि में आये दिन हमारे वीर सैनिकों के शव आ रहे हैं इस पर कौन जबाव देगा? माहरा ने कहा कि अरूणाचल सीमा पर चीन ने हमारी जमीन पर अतिक्रमण कर पक्के निर्माण कैसे किये है इसका उत्तर कौन देगां?
चीन की कम्पनियों को खरबों का रू0 का ठेका किसने दिया? सरदार बल्लभ भाई पटेल की मूर्ति चीन से क्यों मंगवाई गई? स्वदेशी सामना का इस्तेमाल करो कहने वाले चीन का सामना देश में क्यों आयात कर रहे हैं? एक सिर के बदले 10 सिर लाने का वादा करने वाली सरकार ने अग्निवीर योजना लाकर सेना को ही कमजोर करने का काम क्यों किया। इन सब सवालोें का जबाव भी देश की जनता को मिलना चाहिए।