देहरादून: BJP-बीजेपी ने उत्तराखंड में पांच से तीन लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी। लेकिन, गढ़वाल और हरिद्वार लोकसभा सीटों पर अभी तक पेंच फंसा हुआ है। इन दो लोकसभा सीटों पर देरी की वजह से बीजेपी को चुनाव में नुकसान उठाना पड़ सकता है।
गढ़वाल और हरिद्वार सीट पर प्रत्याशियों के ऐलान में देरी के चलते भाजपा के प्रचार अभियान में ठहराव सा आ गया है। पार्टी ने पूर्व में मार्च से रैलियां शुरू करने का निर्णय लिया था। पर अभी दो सीटों के टिकट फाइनल नहीं होने से उत्तराखंड में बड़े नेताओं की रैली और दौरे भी तय नहीं हो पा रहे हैं।
इस क्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का उत्तराखंड दौरा भी दो बार टल चुका है। पार्टी नेताओं का कहना है कि नड्डा जल्द ही उत्तराखंड के दौरे पर आएंगे।
भाजपा: बूथ की मजबूती पर सबसे ज्यादा फोकस
उत्तराखंड में भाजपा के लोकसभा चुनाव प्रभारी दुष्यंत गौतम ने कार्यकर्ताओं को बूथों पर पार्टी की मजबूती और बूथवार जीत पर फोकस करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बूथ की जीत ही लोकसभा चुनाव में जीत का आधार बनेगी।
उत्तराखंड के अपने दो दिवसीय दौरे के दूसरे और अंतिम दिन रविवार को गौतम ने टिहरी व हरिद्वार संसदीय क्षेत्र की चुनाव प्रबंधन समितियों की बैठक ली। साथ ही उन्होंने प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं के साथ भी चुनाव तैयारियों को लेकर विचार-विमर्श किया। इस दौरान गौतम ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए अब बहुत कम समय रह गया है।
ऐसे में भाजपा के सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को धरातल पर उतर कर बूथ की मजबूती पर फोकस करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी को अपने अपने बूथों पर अधिक से अधिक मत हासिल करने के लिए जी-जान से मेहनत करनी है। उन्होंने कहा कि पार्टी चुनाव प्रचार में सबसे अधिक जोर बूथ जीतने पर है और इसके लिए सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे।