- सीएम धामी व मायावती ने जताया शोक
- अंसारी तीन दिन से वेंटिलेटर पर थे
- नोएडा के अस्पताल में ली अंतिम सांस
देहरादून। उत्तराखण्ड के हरिद्वार जिले की मंगलौर विधानसभा सीट से बसपा विधायक सरवत करीम अंसारी का सोमवार को निधन हो गया। सरवत करीम अंसारी नोएडा के एक अस्पताल में तीन दिन से वेंटिलेटर पर थे, सीएम धामी ने बसपा विधायक के निधन पर शोक जताया है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी अपनी पार्टी के विधायक के निधन पर शोक जताया है। वहीं, सचिवालय में सोमवार को कैबिनेट बैठक शुरू होने से पहले विधायक सरवत करीम अंसारी के निधन पर कैबिनेट ने दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
उत्तराखंड की मंगलौर विधानसभा सीट से बसपा विधायक सरवत करीम अंसारी का देहांत हो गया है। बसपा विधायक नोएडा के अस्पताल में भर्ती थे, अस्पताल में इलाज के दौरान ही उन्होंने अंतिम सांस ली।
बताया जा रहा है कि सरवत करीम अंसारी तीन दिन से वेंटिलेटर पर थे। 66 साल के अंसारी का मुंबई में लंबे समय से इलाज चल रहा था, इनकी बाईपास सर्जरी हुई थी, जिससे वो रिकवर कर ही रहे थे कि तीन दिन पहले फिर उन्हें नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां सोमवार सुबह उनका निधन हो गया।
मंगलौर विधायक सरवत करीम अंसारी के निधन की खबर उनके विधानसभा क्षेत्र में पहुंचते ही बसपा कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई, पार्टी कार्यकर्ता व समर्थक अपने विधायक के निधन से गमगीन हो गए।
जानकारी के मुताबिक विधायक सरवत करीम अंसारी को बुखार था, जब बुखार ठीक नहीं हुआ तो वो इलाज के लिए दिल्ली चले गए। बुखार के साथ ही अंसारी को कई अन्य बीमारियां भी थी। तीन दिन पहले उनकी हालत जब ज्यादा बिगड़ गई तो उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया।
डॉक्टरों ने सरवत करीम अंसारी को बचाने का हरसंभव प्रयास किया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। सोमवार सुबह बसपा विधायक सरवत करीम अंसारी ने दिल्ली के अस्पताल में दम तोड़ दिया।
दो बार मंगलौर से विधायक रहे अंसारी
सरवत करीम अंसारी मंगलौर से दो बार विधायक रहे। 2022 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी काजी मोहम्मद निज़ामुद्दीन को हराया था। हरिद्वार में उन्हें बसपा का दमदार नेता माना जाता था, विधायक के निधन की खबर मिलते ही उनके आवास पर पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का जमावड़ा लग गया।
दो बार बसपा विधायक रहे सरवत करीम अंसारी जिस मंगलौर सीट पर चुनाव लड़ते थे, उस पर उनका और कांग्रेस के काजी मोहम्मद निजुमाद्दीन के बीच कड़ा मुकाबला होता था। 2012 विधानसभा चुनाव में सरवत करीम अंसारी ने कांग्रेस के काजी मोहम्मद निजामुद्दीन को हराया था|
2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के काजी मोहम्मद निजामुद्दीन ने बसपा के सरवत करीम अंसारी को हराकर हिसात चुकता किया था, मगर 2022 में बसपा से चुनाव लड़े सरवत करीम अंसारी ने कांग्रेस के काजी मोहम्मद निजामुद्दीन को फिर पटखनी दे दी थी।