नई दिल्ली: AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के बारे में हर कोई जानता है कि उनकी नीति और राजनीति दोनों साफ है. उन्हें खुद को मुसलमानों का मसीहा बनना है और इसी वजह से वो हर मंच पर मुस्लिम कार्ड चलाने की कोशिश करते हैं. जिस बुलडोजर को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ अवैध कब्जे का दुश्मन बताते हैं, उसी बुलडोजर को भाईजान मुस्लिमों का दुश्मन कहकर पेश करते हैं.
बुलडोजर पर ‘भाईजान’ के ‘दर्द भरे नगमे’
जबसे लखनऊ के अकबरनगर में योगी का बुलडोजर चला है. तब से ‘भाईजान’ बुलडोजर-बुलडोजर ज्यादा कर रहे हैं. गए थे महाराष्ट्र..बात कर रहे थे चुनाव पर लेकिन जिक्र कर दिया बुलडोजर का. बोले, ‘घर सबसे ज्यादा तोड़े जा रहे हैं हमारे, मुसलमानों के…लव जिहाद हमारे पर इल्जाम . सबकुछ पर सवाल भी हमसे ही होता है.’
ओवैसी कहते हैं कि पूरी मुस्लिम बिरादरी को टारगेट करके बीजेपी ने जीते हैं चुनाव. बुलडोजर चल रहा है किसके घर पर, मुसलमानों के घर पर. 4 जून के बाद मुसलमानों की मॉब लिंचिंग हो गई. निशाना तो हम बन रहे हैं ना.
लोगों को गुमराह कर रहे ओवैसी
भाईजान अवैध मस्जिद टूटते हुए तो देख लेते हैं. लेकिन जब अवैध कब्जा करके बनाया गया मंदिर तोड़ा जाता है तो इनकी आंख बंद हो जाती है . भाईजान ये तो देख लेंगे कि लखनऊ के पंतनगर में शमसुद्दीन, इमरान और फरहान सिद्दिकी का मकान टूटने वाला है. लेकिन इसी पंतनगर में पाठक जी का घर भी बुलडोजर के टारगेट पर है, ये बात वो छिपा लेंगे.
पाठक जी ने अपने घर के मेन गेट पर रजिस्ट्री की कॉपी चिपका दी है. सिर्फ इन्होंने ही नहीं, सिद्दिकी, अख्तर और खान साहब ने भी अपने-अपने घरों पर रजिस्ट्री की कॉपी इसी तरह लगा रखी है. इनका ये अनोखा तरीका है, प्रशासन के बुलडोजर एक्शन के खिलाफ अपनी आवाज़ उठाने का.
मकानों का किया जा रहा है सर्वे
किसी ने पूरी कमाई इस घर को बनाने में लगा दी. किसी ने बैंक से लाखों का लोन लेकर मकान बनाया…कोई 25 साल से यहां रह रहा है तो कोई तीन दशक से. सरकार ने खुद यहां विकास के कई काम किए. सीवर लाइन डाली गई. लेकिन अब प्रशासन की तरफ से कहा जा रहा है कि ये तो ग्रीन लैंड है. लखनऊ विकास प्राधिकरण ने सिंचाई विभाग से इलाके का नक्शा मांगा है. उसके बाद थ्री डी नक्शे से उन मकानों को चिन्हित करने की तैयारी है जो टूटेंगे.
1800 मकान तोड़ने की है तैयारी
बताया जा रहा है कि पंतनगर में 850 घर तोड़े जाएंगे. वहीं अबरारनगर में 700 घर और रहीमनगर में 200 घर तोड़े जाने हैं. इससे पहले अकबरनगर में अवैध निर्माण पर बुलडोजर एक्शन हुआ था. जहां कुकरैल नदी के आस-पास 1100 से ज्यादा मकान तोड़े गए ताकि नदी का सौंदर्यीकरण हो सके. उसे नया जीवन दिया जा सके. अब पंतनगर इसलिए टारगेट पर है क्योंकि यहां एक नाले को अवैध कब्जे से मुक्त करवाना है.