गढ़वा l झारखंड के गढ़वा जिले से भूमाफियाओं की हैरतअंगेज करतूत सामने आई है. जिले के रंका प्रखंड में आने वाले अनहर गांव के लोगों को पता ही नहीं चला और उनकी जमीन बेच डाली गई. आदिवासी बहुल इस गांव के निवासियों को इसका पता तब चला जब चौकीदार जमीन का मोटेशन कराने के लिए इश्तेहार लेकर गांव पहुंचे. जमीन बिकने की खबर सुनकर ग्रामीणों के पैरों तले जमीन खिसक गई. रैय्यत को पता ही नहीं चला और उनकी जमीन बेच डाली गई.
जानकारी के अनुसार, अनहर गांव की जमीन हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड और रामेश्वर जूट मिल्स लिमिटेड के हाथों बेच दी गई. लैंड माफिया ने फर्जी कागजात बनवा कर इस कांड को अंजाम दिया. हैरानी की बात यह है कि न तो कंपनियों के प्रतिनिधियों और न ही सरकार का इस धोखाधड़ी के बारे में पता चल सका. अनहर गांव में आदिवासी समुदाय कोरवा और यादव जाति के लोग रहते हैं. ग्रामीण अपने काम और घरों में मस्त थे और इधर इनकी जमीन बिचौलियों ने बेच डाली. चौकीदार मोटेशन के लिए जो इश्तहार लेकर आए थे, उनमें अनहर गांव के ग्रामीणों की जमीन और घर तक शामिल थे. दोनों समुदाय के कुल 117.39 एकड़ की जमीन की रजिस्ट्री हुई है. आरोप है कि यह कारनामा गांव के ही कुछ लोगों ने किया है.
रंका अंचल कार्यालय से नामांतरण का इश्तहार निकला तब जाकर इस फर्जीवाड़े का भेद खुला. ग्रामीणों की जमीन का केवाला हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड और रामेश्वर जूट मिल्स लिमिटेड के नाम किया गया है. जानकारी के मुताबिक, फिलहाल यादव जाति के लोगो की जमीन से जुड़े कागजात मोटेशन के लिए अंचल कार्यालय नहीं पहुचा है. कोरवा जनजाति की जमीन हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड चंदवा को बेची गई है, जबकि यादव जाति की जमीन रामेश्वर जूट मिल्स लिमिटेड ब्राइबुरु टाटिया भाया बड़ाजामदा पश्चिमी सिंहभूम को वर्ष 2013-14 में ही बेच दी गई है. सभी 117 एकड़ जमीन को तीन अलग-अलग नाम से रजिस्ट्री के जरिये बेची गई है. इनमें आदिम जनजाति परिवार से आने वाले महावीर कोरवा, शिवनारायण, उमेश, सोमारू, सोहेल की 32 एकड़ जमीन को सीता देवी, श्यामसुन्दर यादव, रामनाथ यादव, विनोद यादव एवं सूर्यदेव (ग्राम सपही रमना) ने हिंडाल्को इंडस्ट्रीज चंदवा को बेच दी.
यादव जाति की जमीन को रामेश्वर जूट मिल ने खरीदी है, जिसमें बुधु यादव, जगदीश, नान्हूक यादव की 44 एकड़ जमीन तथा छत्रधारी यादव, काशी यादव, सत्यनारायण यादव की जमीन को नवल किशोर गुप्ता, मसोमत वसुंधरा नगर उंटारी ने बेच दिया है. ग्रामीणों ने इसको लेकर कड़ा विरोध जताया है. इस मामले पर रंका के एसडीएम राम नारायण सिंह ने बताया की डीसी का पत्र मिला है, जिसमें एसआर कंपनी द्वारा क्षतिपूरक वन रोपण के लिए जमीन बेची गई है. सीओ को जांच के लिए कहा गया है. सभी रैयतों को भी नोटिस दिया गया है.
खबर इनपुट एजेंसी से