नई दिल्ली। 2014 से अब तक मोबाइल फोन टैरिफ 94 फीसदी सस्ते हो गए हैं। सदन में सिंधिया ने इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने यह भी कहा कि 2014 में 1GB इंटरनेट की कीमत 270 रुपये थी, जो अब 9.70 रुपये है। दरअसल, केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार को कहा कि 2014 से अब तक मोबाइल फोन टैरिफ में 94 फीसदी की कमी आई है। सदन में एक प्रश्न का उत्तर देते हुए सिंधिया ने कहा, “आज 116 करोड़ मोबाइल फोन उपभोक्ता हैं। अगर इंटरनेट पहुंच की बात करें तो 2014 में 25 करोड़ उपभोक्ता थे और आज यह संख्या 97.44 करोड़ है।” सिंधिया ने बताया कि जब उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ती है तो यह आवश्यक है कि टैरिफ की निगरानी की जाए।
2014 में एक मिनट कॉल की कीमत 50 पैसे थी
उन्होंने सदन को बताया कि 2014 में एक मिनट की कॉल की लागत 50 पैसे हुआ करती थी और वर्तमान में यह तीन पैसे है, जो लागत में 94 प्रतिशत की गिरावट को दर्शाता है।
2014 में 1GB इंटरनेट की कीमत 270 रुपये थी
उन्होंने आगे बताया कि 2014 में एक जीबी ब्रॉडबैंड (स्पीड) की कीमत 270 रुपये प्रति जीबी थी, जो अब घटकर 9.70 रुपये प्रति जीबी हो गई है, जो टैरिफ में 93 फीसदी की गिरावट को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इंटरनेट डेटा की कीमत के मामले में भारत दुनिया में सबसे किफायती देश है।
उन्होंने कहा कि टैरिफ में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, क्योंकि देश में 5G को सबसे तेजी से लागू करने के लिए निवेश किया गया है। उन्होंने सदन को बताया कि 22 महीनों में 98 प्रतिशत जिलों और 82 प्रतिशत आबादी को कवर किया गया। उन्होंने सदन को बताया कि करीब 4.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। टैरिफ बढ़ोतरी को उचित ठहराते हुए उन्होंने कहा कि निवेश पर रिटर्न मिलना चाहिए। उन्होंने ने यह भी कहा कि भारत में दुनिया भर में सबसे सस्ती वॉयस और डेटा दरें हैं।
कंपनी ने 3 जुलाई को एक साथ बढ़ाए टैरिफ
कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने सवाल किया कि क्या यह मंत्री की जानकारी में है कि सभी सेल फोन कंपनियों ने 3 जुलाई, 2024 को एक साथ टैरिफ बढ़ा दिया है, जिससे 119 करोड़ सेल फोन यूजर्स पर 34,824 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ा है।