लखनऊ: लोकसभा चुनाव में यूपी में भारतीय जनता पार्टी को करारी हार के बाद अब पार्टी में बड़ी हलचल के संकेत मिल रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, चुनाव में खराब प्रदर्शन की समीक्षा में सामने आया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी 100 विधायकों का टिकट काट सकती है।
इनमें ज्यादातर वैसे नाम शामिल है जो लोकसभा चुनाव में भितरघात करने में शामिल थे। इसके पीछे का उद्देश्य नए और युवा चेहरों को मौका देना और पार्टी में ताजगी लाना है। बीजेपी नेतृत्व का मानना है कि इस कदम से पार्टी की छवि को सुधारने और आगामी चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करने में मदद मिलेगी।
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 29 सीटों का नुकसान हुआ है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी के वोट बैंक में भी करीब 8 फीसदी का नुकसान होता दिखा। चूक और हार के जिम्मेदार चेहरे पर पार्टी ने समीक्षा की। इसके लिए यूपी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी को दिल्ली भी बुलाया गया। प्रदेश संगठन महामंत्री भी दिल्ली तलब किए गए। 2022 में 80 विधायकों के टिकट कटे थे।
क्या रहा लोकसभा चुनाव का परिणाम?
मालूम हो कि लोकसभा चुनाव 2024 में यूपी लेवल पर बीजेपी को बड़ा नुकसान हुआ है। यूपी की 80 सीटों में से सिर्फ 33 सीटें ही पार्टी झटक पाई, जबकि सहयोगी दलों के खाते में सिर्फ तीन सीटें ही गिरी। वहीं, इंडिया गठबंधन ने 43 सीटों पर कब्जा जमाया। अकेले, समाजवादी पार्टी ने 37 सीटों और कांग्रेस ने 6 सीटों पर ताल ठोकी।
2022 में भी बीजेपी ने काटे थे टिकट
2022 के विधानसभा चुनावों में, बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में अपने 80 विधायकों के टिकट काटे थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिसमें सत्यदेव पचौरी (गोविंद नगर), सतीश महाना (कानपुर कैंट), स्वामी प्रसाद मौर्य (पडरौना), दारा सिंह चौहान (मऊ), रामप्रसाद चौधरी (कुशीनगर) जैसे विधायकों के टिकट कटे थे। कई विधायकों का कार्यप्रदर्शन पार्टी और जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं था। पार्टी के भीतर गुटबाजी और आंतरिक राजनीति भी एक कारण माना गया था।