नई दिल्ली: अमेरिका में आज राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने वाले हैं. अमेरिका के इस बेहद खास दिन पर पूरी दुनिया अपनी नजरें टिकाए बैठी है. कुछ वक्त बाद फैसला हो जाएगा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश की कमान किसके हाथों में सौंपी जाएगी. इस चुनाव में दोनों पार्टियों के उम्मीदवारों में जोरदार टक्कर है.
रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस विभिन्न मुद्दो को लेकर एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं, लेकिन बाकी समीकरणों के बीच भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक किसे वोट देंगे, इसे लेकर भी अमेरिका में चर्चाओं का बाजार गर्म है.
भारतीय अमेरिकी नागरिकों की आबादी 2 प्रतिशत से भी है कम
अमेरिका में भारतीय मूल के नागरिकों की जनसंख्या अमेरिका की कुल आबादी के 2 प्रतिशत से भी कम है. हालांकि उनकी औसत वार्षिक घरेलू आय करीब 153,000 डॉलर (करीब 1.3 करोड़ रुपये) है, जो कि पूरे देश की औसत वार्षिक आय के दोगुने से भी अधिक है.
अमेरिका में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों की कुल संख्या 52 लाख है और यह अमेरिका में दूसरा सबसे बड़ा अप्रवासी समुदाय है. कार्नेगी एडोमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस द्वारा प्रकाशित इंडियन अमेरिकन एटीट्यूड सर्वे (IAAS) 2024 के अनुसार, अमेरिकी चुनाव में करीब 26 लाख भारतीय अमेरिकी वोट कर सकते हैं. वहीं, इसी संस्था के एक सर्वे में पता चला कि डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस को वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन की तुलना में भारतीय लोगों का कम वोट मिल सकता है.
अमेरिकी चुनाव में इन सात राज्यों की भूमिका अहम
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में इन सात राज्यों की भूमिका काफी अहम हैं. जिनमें एरिजोना, जॉर्जिया, मिशिगन, नेवाडा, नॉर्थ कैरोलिना, पेंसिल्वेनिया और विस्कॉन्सिन शामिल है. इस सभी राज्यों में भारतीय अमेरिकी लोगों की जनसंख्या काफी अच्छी है और इन्हीं इलाकों में रहने वाले भारतीय अमेरिकी चुनाव में प्रभाव डालने की क्षमता रखते हैं.
चुनाव में किसे मिलेगा भारतीय अमेरिकी का साथ
IAAS 2024 की ओर से पूछे गए सवालों के उत्तर में करीब 47 प्रतिशत लोगों ने खुद को डेमोक्रेट बताया है. जबकि 2020 में यह संख्या 56 प्रतिशत की थी. वहीं, रिपब्लिकन वोटरों के आंकड़े 15 से बढ़कर 21 प्रतिशत हो गई है. इस सर्वे में पता चला है कि डेमोक्रेट्स की भागेदारी 2020 के मुताबिक घटी है जबकि रिपब्लिकन की भागेदारी में बढ़ोत्तरी हुई है. इससे पता चलता है कि भारतीय अमेरिकी समुदाय के बीच डेमोक्रेटिक पार्टी की का समर्थन कम हो रहा है.