नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 17वें सीजन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) जीत की हैट्रिक लगा चुकी है. आरसीबी ने शनिवार (4 मई) को एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में गुजरात टाइटन्स (GT) को 4 विकेट से हरा दिया था. आरसीबी ने इस जीत के साथ ही प्लेऑफ में पहुंचने की संभावनाओं को बरकरार रखा था.
वैसे जीत की हैट्रिक के बावजूद आरसीबी का प्लेऑफ में पहुंचने का रास्ता काफी मुश्किल दिख रहा है. फाफ डु प्लेसिस की अगुवाई वाली आरसीबी के फिलहाल 11 मैचों में आठ अंक हैं और उसका नेट-रनरेट अब भी माइनस (-0.049) में है. अगर आरसीबी अपने बाकी तीनों मैच जीत जाती है तो वह अधिकतम 14 अंकों तक पहुंच सकती है. आरसीबी को पंजाब किंग्स (PBKS), दिल्ली कैपिटल्स (DC) और चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) से मुकाबले खेलने हैं.
प्लेऑफ में ऐसे पहुंच सकती है आरसीबी
प्लेऑफ में पहुंचने के लिए आरसीबी को बाकी के अपनी तीनों मैच जीतने होंगे. साथ ही उसे उम्मीद करनी होगी कि सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) या लखनऊ सुपर जाइंट्स (LSG) में से कोई एक टीम ज्यादा से ज्यादा एक मैच जीते. हैदराबाद के 10 मैचों से 12 और लखनऊ के 11 मैचों से 12 अंक हैं. आरसीबी को भी ये उम्मीद करनी होगी कि चेन्नई सुपर किंग्स एक और दिल्ली कैपिटल्स दो से अधिक मैच नहीं जीते. सीएसके के 11 मैचों से 12 और दिल्ली के 11 मैचों से 10 अंक हैं.
यदि ऐसा होता है पांच टीमें 14-14 अंकों की बराबरी पर आ जाएंगी, जिससे नेट-रनरेट अहम हो आ जाएगा. वैसे आरसीबी 12 अंकों के साथ भी प्लेऑफ में जगह बना सकती है. यदि आरसीबी एक मैच हार जाती है तो उसे उम्मीद करनी होगी कि दिल्ली, चेन्नई, पंजाब, लखनऊ और हैदराबाद 12 से अधिक अंक न हासिल करें, तब जाकर नेट-रनरेट के जरिए फैसला होगा.
मुंबई के लिए ये है प्लेऑफ का गणित
पांच बार की चैम्पियन मुंबई इंडियंस भी प्लेऑफ की रेस से पूरी तरह बाहर नहीं हुई है. हालांकि उसका प्लेऑफ में पहुंचा बेहद मुश्किल है. मुंबई इंडियंस के 11 मैचों में छह अंक हैं और वह अधिकतम 12 अंकों तक पहुंच सकती है. मुंबई को सनराइजर्स हैदराबाद, कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) और लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ अपने मैच जीतने होंगे.
साथ ही मुंबई इंडियंस को उम्मीद करनी होगी कि सनराइजर्स हैदराबाद और लखनऊ सुपर जायंट्स को अब मौजूदा सीजन में एक भी जीत ना मिले. इसी तरह चेन्नई सुपर किंग्स अब अपने बाकी के तीनों मैच हारे. साथ ही दिल्ली कैपिटल्स को भी एक से अधिक जीत नहीं मिलनी चाहिए. वहीं पंजाब किंग्स और गुजरात टाइटन्स दो से ज्यादा जीत हासिल नहीं करे. यदि ऐसा होता है तो छह टीमों के एक समान 12 अंक रहेंगे और नेट-रनरेट के जरिए फैसला होगा.