नई दिल्ली: कनाडा में हिंदू मंदिरों पर खालिस्तान समर्थकों द्वारा हुए हमलों के बाद से भारत और कनाडा के संबंध ज्यादा तनावपूर्ण हो गए थे। इसको लेक अमेरिका में चुने गए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी आपत्ति जताई थी। अब कनाडा की कोर्ट ने हिंदू मंदिरों की सुरक्षा को लेकर आदेश जारी किया है और यह भी कहा है कि खालिस्तानी हिंदू मंदिरों से 100 मीटर दूर ही रहें।
दरअसल, कनाडा में खालिस्तानियों को मिलने वाली खुली छूट पर कोर्ट ने रोक लगा दी है। टोरंटो के स्कारब्रॉ में स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर की याचिका पर ओंटारियों के कोर्ट ने कहा कि मंदिर में कॉन्सुलर कैंप के दौरान 100 मीटर के दायरे में निषेध रहेंगे।
100 मीटर के दायरे में न दिखें खालिस्तानी
इस मामले में कनाडा की सुपीरियर कोर्ट ऑफ जस्टिस के जज ने कहा कि मंदिर मांग कर रहा है कि परिसर के 100 मीटर के दायरे में उपद्रवी पहुंच न पाएं और इसके लिए निषेधाज्ञा की जरूरत है। पिछले मामलों को देखते हुए मंदिर को इजाजत दी जाती है। कोर्ट ने कहा कि इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।
कोर्ट ने कहा है कि वहीं कॉन्सुलर कैंप में बुजुर्ग लोग पहुंचते हैं। ऐसे में अगर मंदिर पर हमला होता है, तो लोगों की जान को भी बड़ा नुकसान पहुंच सकता है। इस मामले में कोर्ट ने कहा कि इस मामले में अगर रोक नहीं लगाई जाती है तो गंभीर नुकसान हो सकता है।
हिंदू मंदिरों पर हमले को लेकर बढ़ी कनाडा की मुश्किलें
इसके चलते ही कोर्ट ने कनाडा की टोरंटो पुलिस को निर्देश दिया है कि मंदिर में अगर कोई बिना आज्ञा के प्रवेश करने की कोशिश करता है, तो उसे गिरफ्तार किया जाए और एक्शन लिया जाए।
कोर्ट का आदेश कब तक लागू रहेगा?
कनाडाई कोर्ट ने पुलिस को जो आदेश दिया है, वह शनिवार सुबह 8 बजे से 6 बजे तक लागू रहेगा। मंदिर में लगने वाले कॉन्सुलर कैंप को पहले भी खालिस्तान समर्थक लोग निशाना बना चुके हैं। इतना ही नहीं खालिस्तान समर्थक भारतीय दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन करते नजर आ चुके हैं।
अपकमिंग वीकेंड में इंडिया मिशन कनाडा में आखिरी बैच के कॉन्सुलर कैंप का आयोजन करने जा रहा है। लक्ष्मी नारायण मंदिर के अलावा सूरी में भी कैंप किया जाएगा। यह आयोजन पिछले हफ्ते ही होना था लेकिन पर्याप्त सुरक्षा न होने के चलते इसे टाल दिया गया था।