भारतीय मूल के एक अमेरिकी डॉक्टर ने अमेरिका में प्रधानमंत्री मोदी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी और बिजनेस टाइकून गौतम अडानी के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। ये मामला भ्रष्टाचार और पेगासस स्पाइवेयर सहित कई मुद्दों से जुड़ा है। कोलंबिया के यू.एस. डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने इस मामले को लेकर इन सभी को समन जारी किया है। वहीं, भरतोय अमेरिकी अटॉर्नी रवि बत्रा ने इस मामले को ‘व्यर्थ मामला’ करार दिया है।
दरअसल, रिचमंड के गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ लोकेश वुयुरु ये पीएम मोदी, आंध्रा सीएम और उद्योगपति अदानी के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। इनके अलावा इस मामले में विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के संस्थापक और अध्यक्ष प्रोफेसर क्लॉस श्वाब का नाम भी शामिल है। ये मामला लोकेश वुयुरु ने 24 मई को दर्ज कराया था जिसके बाद 22 जुलाई को कोर्ट ने समन जारी किया था। भारत में ये समन 4 अगस्त को भेजा गया था जबकि क्लॉस एम श्वब के पास ये समन 2 अगस्त को पहुंचा था।
मुकदमा 24 मई को दायर किया गया था, जिसके बाद अदालत ने 22 जुलाई को समन जारी किया। भारत में उन्हें 4 अगस्त को और 2 अगस्त को स्विट्जरलैंड में श्री श्वाब को सम्मन दिया गया था। हालांकि, डॉ. वुयुरु के पास अपने मामले को लेकर न कोई सबूत है और न ही कोई दस्तावेज।
जब इस मामले को लेकर न्यूयॉर्क के अटॉर्नी बत्रा से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ‘ये एक फिजूल मामला है, वुयुरु के पास बहुत खाली समय था। वो विदेशी संप्रभु प्रतिरक्षा अधिनियम के खिलाफ अमेरिका के सहयोगी भारत को बदनाम करने और अपमानित करने के उद्देश्य से ऐसा कर रहा है।’
उन्होंने कहा कि ‘इस व्यर्थ के मामले के उद्देश्य को सभी समझते हैं तभी कोई भी वकील उका पक्ष लेने को तैयार नहीं है।’