देहरादून। दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव नरेश कुमार और आईएएस अफसर वाईवीवीजे राजशेखर के खिलाफ अल्मोड़ा की राजस्व पुलिस ने लूट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। यह एफआईआर प्लीजेंट वैली नाम एनजीओ की धारा 156 (3) के तहत दी गई शिकायत के आधार पर सीजेएम के आदेश पर दर्ज किया गया है।
प्लीजेंट वैली नाम का एक एनजीओ दिल्ली के पते पर पंजीकृत है। यह एनजीओ अल्मोड़ा जिसे डाडाकाडा में एक धर्माथ विद्धालय भी चला रहा है। इस एनजीओ की ओर से राजशेखर और नरेश कुमार के खिलाफ प्रधानमंत्री, गृह मंत्री समेत अन्य लोगों घोटालों की शिकायतें की गईं हैं।
एनजीओ की ओर से सीजेएम को दी गई शिकायत में कहा गया है कि ये दोनों शिकायतों को वापस लेने की दबाव बना रहे हैं। विगत 14 फरवरी को उक्त अफसरों की ओर से भेजे गए चार लोगों ने स्कूल के दफ्तर में आकर शिकायतों से संबंधित साक्ष्यों वाले दस्तावेज, रिकार्ड और पेन ड्राइव के साथ ही 63 हजार रुपये लूट लिए गए।
इन लोगों ने जान से मारने की धमकी दी। इसकी शिकायत राजस्व पटवारी, एसएसपी और डीएम से की गई पर कोई एक्शन नहीं लिया गया। कुमाऊं आयुक्त, मुख्यमंत्री, पुलिस महानिदेशक को भी शिकायत की गई। लेकिन कोई भी एक्शन नहीं लिया गया। इस शिकायत पर सुनवाई करते हुए अल्मोड़ा के सीजेएम (मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट) दया राम ने एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया।
इसके बाद राजस्व पुलिस ने प्लीजेंट वैली फाउंडेशन के संयुक्त सचिव वीके आर्य की तहरीर के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 392, 447, 120 बी, 504, 506 और एससी-एसटी एक्ट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। एक एफआईआर में दिल्ली के मौजूदा मुख्य सचिव नरेश कुमार और आईएएस अफसर वाईवीवीजे राजशेखर निवासी फ्लैट नंबर 707, सातवीं मंजिल, डीडीए एसआईजी फ्लैट्स, मोतियाखान दिल्ली व अन्य को नामजद किया गया है।