नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष के बाद फिलहाल सीमा पर शांति दिख रही है, लेकिन दोनों देशों में तनाव बना हुआ है. भारतीय सेना की ओर से आज सोमवार को एक बार फिर प्रेस ब्रीफिंग की गई जिसमें उन्होंने कहा कि हमारी डिफेंस को भेदना मुमकिन नहीं है. हमने चीन के बने PL 15 मिसाइल को मार गिराया. हमने अपने मिशन को हासिल कर लिया.
डीजीएमओ एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने अपनी पीसी में कहा कि हमारी लड़ाई आतंकवाद और आतंकवादियों के खिलाफ थी. 7 मई को हमने सिर्फ आतंकवादियों और उनके ठिकानों पर ही हमला किया था, लेकिन अफसोस है कि पाकिस्तान सेना ने आतंकवादियों का साथ देना उचित समझा और इसे अपनी लड़ाई बना दिया, जिसके बाद हमने उसका करारा जवाब दिया. इसके साथ-साथ उन्होंने यह भी कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर हुआ है लेकिन भारतीय सेना अगले मिशन के लिए तैयार है.
एयर डिफेंस सिस्टम दीवार की तरहः एयर मार्शल भारती
उन्होंने कहा कि इस परिस्थिति में हमारी जवाबी कार्रवाई बेहद जरूरी हो गई थी और इसमें उनका जो भी नुकसान हुआ, वो खुद इसके लिए जिम्मेदार हैं. हमारी एयर डिफेंस सिस्टम देश के लिए दीवार की तरह खड़ी थी और इसको भेदना किसी भी दुश्मन के लिए नामुमकिन था.” उन्होंने कहा कि हमने कल आतंकवाद पर किए गए ऑपरेशन पर आपको ब्रीफ किया था. हमने आतंकवादियों को नष्ट किया है.
एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने आगे कहा कि हमने इस ऑपरेशन में 3 तरह के हथियारों का इस्तेमाल किया. लो लेवल डिफेंस गन, SAMS और लॉन्ग रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल. भारतीय वायुसेना ने अपने इस ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान AD सरफेज, Pechora, Akash Missile System जैसे हथियारों का इस्तेमाल किया. जबकि पाकिस्तान ने चीन में बनी लॉन्ग रेंज मिसाइल का इस्तेमाल किया.
चीन-तुर्की के हथियार के मलबे दिखाए
एयर मार्शल भारती ने कहा, “पाकिस्तान द्वारा इस्तेमाल किए गए ड्रोन और मानव रहित लड़ाकू हवाई वाहनों की कई कोशिशों को भी स्वदेशी रूप से तैयार किए गए सॉफ्ट और हार्ड किल काउंटर-यूएएस सिस्टम और अच्छी तरह से प्रशिक्षित भारतीय वायुरक्षा के लोगों द्वारा नाकाम कर दिया गया.”
एयर मार्शल भारती ने कहा, “भारतीय सेना ने संभावित पीएल-15 एयर-टू-एयर मिसाइल का मलबा दिखाया है, जो चीन में बना है और जिसका इस्तेमाल पाकिस्तान ने भारत पर हमले के दौरान किया था.” भारत की ओर से द्वारा मार गिराए गए तुर्की में बने YIHA और सोंगर ड्रोन का मलबा भी दिखाया गया.
एक अन्य DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि हमें ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की कारवाई को समझने की जरूरत है. अब आम लोगों और पर्यटकों को निशाना बनाया जा रहा है. पहलगाम तक इन आतंकियों के पाप का घड़ा भर चुका था. हमने इस पूरे ऑपरेशन को LoC और IB को पार किए बिना ही पूरा किया. इसलिए हमें पूरा अंदाजा था कि दुश्मन हमला करेगा इसलिए हमारी एयर डिफेंस की पूरी तैयारी थी.
उन्होंने कहा कि जब 9-10 मई को पाकिस्तान की वायुसेना ने हमारे एयर फील्ड और लॉजिस्टिक इंस्टॉलेशन पर हमला किया, तो वे इस मजबूत एयर डिफेंस ग्रिड के सामने नाकाम हो गए.” उन्होंने आगे कहा, “हमारी एयर डिफेंस पूरी तरह से अभेद थी. दुश्मन के पास कोई मौका ही नहीं था कि वो इसे भेद पाए.” इस दौरान DGMO घई ने बल्लेबाज विराट कोहली के रिटायरमेंट का भी जिक्र किया.
डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल घई ने कहा, “विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया है. वह मेरे पसंदीदा खिलाड़ियों में से एक हैं. 1970 के दशक में, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एशेज के दौरान, 2 ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने इंग्लैंड की बल्लेबाजी लाइनअप को नष्ट कर दिया था, और तब ऑस्ट्रेलिया में कहा गया- Ashes to ashes, dust to dust, if Thommo don’t get ya, Lillee must अगर आप लेयर्स देखेंगे, तो आप समझ जाएंगे कि मैं क्या कहना चाह रहा हूं. भले ही आप सभी लेयर्स को पार कर लें, लेकिन हमारी इस ग्रिड सिस्टम की लेयर्स में से एक आपको मार देगी.”
DGMO घई ने कहा, “जब हौसले बुलंद हो तो मंजिले भी कदम चूमती है.” अगर में सरल शब्दों में बोलूं तो दुश्मन के किसी भी ऑब्जेक्ट को हमारी समुद्री सीमा के नजदीक तक नहीं आने दिया गया.
प्रेस ब्रीफिंग में मौजूद वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने कहा कि हमारे सभी मिलिट्री सिस्टम ऑपरेशनल हैं और पूरी तरह से काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा, “मैं साफ शब्दों में कह देना चाहता हूं कि हमारे सभी मिलिट्री सिस्टम पूरी तरह से ऑपरेशनल है. और जरूरत पड़ी तो उनका इस्तेमाल फिर किया जाएगा.”