नई दिल्ली। आयुष मंत्री प्रतापराव जाधव ने शुक्रवार को कहा कि सरकार की प्रमुख आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना में जल्द ही कुल 170 आयुष उपचार पैकेज शामिल किए जाएंगे, उन्होंने कहा कि परामर्श अंतिम चरण में हैं। मंत्री ने यह भी कहा कि आयुष दवाओं तक आसान पहुंच की गारंटी के लिए, तहसील स्तर पर ‘जन औषधि केंद्रों’ की तर्ज पर विशेष मेडिकल स्टोर स्थापित किए जाएंगे।
AB-PMJAY लाभार्थी उठा सकेंगे पैकेज का लाभ
उन्होंने कहा, पैकेज लागत संरचना को अंतिम रूप देने के लिए बीमा कंपनियों के साथ चर्चा चल रही है और जल्द ही आयुष उपचार पैकेज का लाभ AB-PMJAY लाभार्थियों की तरफ से उठाया जा सकेगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के साथ परामर्श अंतिम चरण में है। उन्होंने कहा कि मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी गैर-संचारी बीमारियों को कवर करने वाले कुल 170 आयुष (आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी) उपचार पैकेज इस योजना में शामिल किए जाएंगे।
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY), सबसे बड़ी सार्वजनिक रूप से वित्त पोषित स्वास्थ्य बीमा योजना है, जो 12 करोड़ परिवारों को माध्यमिक और तृतीयक देखभाल अस्पताल में भर्ती होने के लिए प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य कवर प्रदान करती है।
एक रणनीतिक क्रय समिति की हुई स्थापना
आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने कहा कि कार्यक्रम के तहत लागत संरचनाओं को अंतिम रूप देने और किफायती आयुष उपचार की गारंटी देने के लिए एक रणनीतिक क्रय समिति की स्थापना की गई है। उन्होंने कहा कि आयुष पैकेजों को एबी पीएम-जेएवाई के साथ मिलाने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) और आयुष मंत्रालय ने कार्यान्वयन मॉडल पर चर्चा करने के लिए बैठकें की हैं। उन्होंने कहा कि कार्यान्वयन करने वाले राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को शामिल करते हुए व्यापक हितधारक परामर्श भी किए गए हैं।
‘देश भर में 14,692 आयुष शिविर हुए आयोजित’
मंत्री ने आगे कहा कि आयुष मंत्रालय ने पहले 100 दिनों के भीतर बुजुर्ग नागरिकों के लिए 10,000 शिविर आयोजित करने की प्रतिबद्धता जताई थी। उन्होंने कहा, मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि बुजुर्गों की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए बड़े पैमाने पर आउटरीच प्रयास में देश भर में 14,692 आयुष शिविर आयोजित किए गए। इन शिविरों में आयुर्वेद, योग, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी का उपयोग करके समग्र स्वास्थ्य पर मुफ्त परामर्श, उपचार और मार्गदर्शन दिया गया।
पंचकूला में राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान की स्थापना
उन्होंने बताया कि आयुष मंत्रालय ने 294.91 करोड़ रुपये के निवेश से हरियाणा के पंचकूला में राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान की स्थापना की है। यह संस्थान 250 बिस्तरों वाले अस्पताल और आयुर्वेद में स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट कार्यक्रमों के साथ एक शीर्ष स्तरीय शिक्षण और अनुसंधान सुविधा के रूप में कार्य करेगा। इसके अलावा, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश में तीन केंद्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान स्थापित करने की प्रारंभिक प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।