नई दिल्ली। बिहार में सीट शेयरिंग को लेकर I.N.D.I.A. गठबंधन में जारी खींचतान के बीच एक और सीट पर पेच फंसता नजर आ रहा है. जानकारी के मुताबिक पूर्णिया सीट पर RJD और कांग्रेस के बीच ठन गई है. क्योंकि कांग्रेस नेता पप्पू यादव ने पूर्णिया सीट पर अपना दावा ठोक दिया है. पप्पू यादव ने साफ कह दिया है कि वो किसी भी हालत में पूर्णिया सीट नहीं छोड़ेंगे. इसके बाद सियासी सरगर्मियां बढ़ गई हैं.
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव भी दिल्ली रवाना हो गए हैं. उनके पास महागठबंधन की लिस्ट भी है. माना जा रहा है कि होली के मौके पर राहुल गांधी की मुलाकात हो सकती है. सूत्रों के मुताबिक, आरजेडी की कोशिश है कि महागठबंधन में कांग्रेस को खुश किया जाए. ऐसे में कांग्रेस को 6 से 8 सीट का ऑफर दिया जा सकता है. जबकि लेफ्ट दलों को 3 से 4 सीट पर ही सिमटाया जा सकता है. आरजेडी के खाते में 28 सीटें आ सकती हैं.
दूसरी ओर कांग्रेस नेता पप्पू यादव ने कहा, मैं आज भी कह रहा हूं, कल ट्वीट कर दिया है, दुनिया छोड़ देंगे, पूर्णिया नहीं छोड़ेंगे. इससे पहले JDU से RJD में शामिल हुई बीमा भारती ने भी पूर्णिया सीट से अपनी दावेदारी पेश कर दी. खबर है कि RJD बीमा भारती को पूर्णिया सीट से चुनाव लड़ा सकती है. उन्होंने कहा, जाहिर है कि पूर्णिया सीट को लेकर टकराव की स्थिति बनी हुई है, जहां बीमा भारती ने इस सीट से RJD उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है. वहीं पप्पू यादव ने साफ कर दिया है कि वो किसी भी कीमत पर पूर्णिया नहीं छोड़ेंगे.
बिहार में अचानक सियासी हलचल
बीमा भारती का इस्तीफा सोशल मीडिया पर वायरल होने के कुछ घंटे के बाद शनिवार शाम तेजस्वी यादव ने उन्हें राजद में शामिल कराया. आरजेडी में शामिल होने के बाद भारती ने कहा, ‘मेरे पति और बेटा जेल में हैं, जो इस बात का सबूत है कि बिहार के सत्तारूढ़ गठबंधन में ‘अति-पिछड़ा’ (अत्यंत पिछड़ा) वर्ग को कोई सम्मान नहीं है. लालू जी ने मुझे अपने आशीर्वाद का आश्वासन दिया है. अगर वह मुझसे कहेंगे तो मैं लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार हूं.
नीतीश की करीबी थीं बीमा भारती
पूर्व राज्य मंत्री भारती पूर्णिया जिले के रूपौली विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं. पिछले महीने राज्य विधानसभा में जब नीतीश कुमार सरकार ने विश्वासमत हासिल किया था, तब वह अपनी अनुपस्थिति के कारण सुर्खियों में रही थीं. बीमा भारती एक समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विश्वसनीय मानी जाती थीं. लेकिन कुछ साल पहले जब उन्होंने लेशी सिंह को राज्य मंत्रिमंडल में शामिल करने पर आपत्ति जताई तो इससे उनके और मुख्यमंत्री के संबंध खराब हो गए.
ऐसी अटकलें हैं कि भारती को पूर्णिया से राजद मैदान में उतार सकती है. हालांकि इससे उसकी सहयोगी पार्टी कांग्रेस के लिए समस्याएं पैदा हो सकती हैं, जिसने हाल में पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को पार्टी में शामिल किया है जो उसी सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं. देखना होगा कि कांग्रेस और आरजेडी इस सियासी संग्राम से कैसे निपटती है.