नई दिल्ली: शादी के बाद अक्सर आधार कार्ड में सरनेम बदलवाने की जरूरत पड़ती है। अगर आप भी सरनेम बदवाने की प्लानिंग कर रही हैं, तो ये लेख आपके लिए ही है। आइए विस्तार से इसकी पूरी प्रक्रिया जानते हैं।
आधार कार्ड आज हमारे देश में पहचान का सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज बन गया है। बैंक अकाउंट खोलने से लेकर सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने तक, हर जगह आधार की आवश्यकता होती है। ऐसे में, आधार कार्ड में दर्ज जानकारी का सही और अपडेटेड होना बेहद जरूरी है। जीवन में कई बार ऐसे मौके आते हैं जब हमारी पहचान से जुड़ी जानकारी में बदलाव होता है, जैसे कि शादी के बाद महिलाओं का सरनेम बदलना। अगर आपकी भी शादी हुई है और आप अपने आधार कार्ड में अपना सरनेम बदलवाना चाहती हैं, तो यह जानना जरूरी है कि इसके लिए किन दस्तावेजों की आवश्यकता होती है और इसकी पूरी प्रक्रिया क्या है?
शादी के बाद सरनेम बदलने की स्थिति में, आधार कार्ड में भी सरनेम अपडेट करवाना महत्वपूर्ण हो जाता है। ऐसा करने से आपके सभी दस्तावेजों (जैसे पैन कार्ड, वोटर आईडी, बैंक खाते आदि) में नाम और सरनेम में एकरूपता बनी रहती है, जिससे भविष्य में किसी भी काम में असुविधा नहीं होती। अगर आपका कार्ड अपडेट नहीं होता है तो, कई बार महत्वपूर्ण सेवाओं का लाभ उठाने में परेशानी आ सकती है।
सरनेम बदलवाने के लिए आवश्यक दस्तावेज
शादी के बाद आधार कार्ड में सरनेम बदलवाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण और प्राथमिक दस्तावेज विवाह प्रमाण पत्र है। यह प्रमाण पत्र इस बात का कानूनी सबूत होता है कि आपकी शादी हो चुकी है और आपने अपना सरनेम बदला है।
आधार में जानकारी अपडेट कराने के लिए आपको अपने नजदीकी आधार सेवा केंद्र जाना होता है। वहां आपको एक फॉर्म भरना होगा जिसमें नाम, आधार नंबर और अन्य विवरण शामिल होंगे। इस फॉर्म के साथ, आपको आवश्यक दस्तावेजों की फोटोकॉपी (जैसे विवाह प्रमाण पत्र) लगानी होगी और सत्यापन के लिए मूल दस्तावेज साथ ले जाना होगा।
केंद्र पर दस्तावेज जमा करने के बाद, आपके बायोमेट्रिक विवरण लिए जाएंगे और आपकी नई फोटो खींची जाएगी। यह प्रक्रिया पूरी होने पर आपकी जानकारी अपडेट कर दी जाती है।