देहरादून : केदारनाथ-यमुनोत्री, बदरीनाथ समेत चारधाम यात्रा पर ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद होने के बाद ठग एक्टिव हो गए हैं। चिंता की बात है कि पिछले कई दिनों में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के नाम पर कई ठगी के मामले सामने आए हैं। आपको बता दें कि चारधाम ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन 31 मई तक के लिए बंद किया गया है।
चारधाम यात्रा मार्ग पर रजिस्ट्रेशन की जांच के दौरान अब तक ऐसे तीन मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से दो ऋषिकेश, जबकि एक फर्जी रजिस्ट्रेशन का मामला मनेरी, उत्तरकाशी में सामने आया है। तीर्थ यात्रियों के रजिस्ट्रेशन की जांच के दौरान देहरादून पुलिस ने बुधवार को झारखंड और अन्य राज्यों के 6 सदस्यीय तीर्थयात्रियों के दल से ऑनलाइन फर्जी रजिस्ट्रेशन पकड़ा है।
देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि जांच के दौरान ऑनलाइन पंजीकरण फर्जी मिला था। रजिस्ट्रेशन में तारीख बदली हुई थी। झारखंड के बोकारो से तीर्थ यात्रियों के दल की प्रिया कुमारी सिंह ने पूछताछ में बताया कि उनका रजिस्ट्रेशन नोएडा स्थित ट्रैवल एजेंसी एक्सप्लोर ने किया था, जिसके लिए उन्होंने एजेंसी को 65,000 रुपये दिए थे।
बताया कि यात्रा रजिस्ट्रेशन की तारीख 22 मई से 25 मई के बीच थी और रजिस्ट्रेशेन की एक कॉपी उन्हें व्हाट्सएप में भी भेजी गई थी। एसएसपी ने बताया कि फर्जी रजिस्ट्रेशन देने पर ट्रैवल एजेंसी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। देहरादून पुलिस ने मंगलवार को ऋषिकेश में चेकिंग के दौरान चारधाम यात्रा के लिए हैदराबाद से आए 11 सदस्यीय समूह का पंजीकरण फर्जी पाया गया।
दल से पूछताछ में इस बात का खुलासा होने पर दिल्ली स्थित ट्रैवल एजेंसी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। बताया कि हैदराबाद के 11 सदस्यीय दल के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन से छेड़छाड़ की गई थी। जांच में यह बात सामने आई कि आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा के निवासी मुकावली साई को दिल्ली स्थित ट्रैवल एजेंसी लीजेंड इंडिया हॉलीडेज, जनकपुरी से पैकेज खरीदा था, जिसके लिए उन्हेंने 2.33 लाख रुपये दिए थे।
जबकि, चारधाम यात्रा की रजिस्ट्रेशन तारीख से छेड़छाड़ की गई थी। इससे पहले 16 मई को उत्तरकाशी पुलिस ने चारधाम यात्रा के लिए फर्जी रजिस्ट्रेशन के लिए दो टूर ऑपरेटरों पर केस भी दर्ज किया था। उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अर्पण यदुवंशी ने बताया कि गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर जांच के दौरान फर्जीवाड़ा पकड़ा गया था।
दोनों बसों में 88 तीर्थयात्री यात्रा कर रहे थे। विदित हो कि 20 मई को देहरादून पुलिस ने ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद होने पर ग्राहकों को चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करने के लिए प्रशासन पर दबाव डालने के आरोप में एक आत्मघाती नाटक करने पर टूर एजेंट को गिरफ्तार किया।
55 तीर्थयात्रियों को थमा दिए फर्जी रजिस्ट्रेशन
चारधाम यात्रा में दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन में झारखंड, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल के 55 यात्रियों से धोखाधड़ी हो गई। उन्हें ट्रैवल एजेंसियों ने मई के फर्जी रजिस्ट्रेशन थमा दिए, जिसकी एवज में चार लाख रुपये की रकम यात्रियों से ऐंठी गई। यात्रियों को इस फर्जीवाड़े का पता हरिद्वार बाईपास मार्ग स्थित पुलिस के चेकपोस्ट पर लगा।
शिकायत पर पुलिस ने अलग-अलग ट्रैवल एजेंसियों पर मुकदमा पंजीकृत कर सात लोगों को नामजद किया है, जबकि अज्ञात आरोपी भी मामले में हैं, जिनकी पहचान के लिए पुलिस ने जांच-पड़ताल की शुरू कर दी है। कोतवाल शंकर सिंह बिष्ट ने बताया चारधाम यात्रा में रजिस्ट्रेशन के नाम पर यात्रियों से जालसाजी करने वालों की धरपकड़ को प्रयास तेज कर दिए गए हैं।
फर्जी चारधाम रजिस्ट्रेशन के खिलाफ केस दर्ज होगा
एसएसएसी अजय सिंह ने बताया कि चारधाम फर्जी रजिस्ट्रेशन देने वाली ट्रैवल एजेंसियों के खिलाफ केस दर्ज कराया जाएगा। कहा कि यात्रा रूट पर सभी तीर्थ यात्रियों का रजिस्ट्रेशन चेक किय जा रहा है। किसी भी सूरत में रजिस्ट्रेशन के बिना चारधाम यात्रा पर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
चारधाम रूट पर श्रद्धालुओं को रोकने का तय होगा समय
चारधाम यात्रा के दौरान रास्ते में श्रद्धालुओं को अब तय समय तक ही रोका जाएगा। इसके अलावा रास्ता खोलने का भी समय तय किया जाएगा। बुधवार को डीजीपी अभिनव कुमार ने पुलिस मुख्यालय में चारधाम यात्रा को लेकर अधिकारियों की बैठक में ये निर्देश दिए। उन्होंने ये भी कहा कि मंदिर परिसरों में लंबी लाइनें लगवाने के बजाव वहां स्टाल तय करने और टोकन देने की व्यवस्था लागू की जाए।
डीजीपी ने कहा कि यातायात का दबाव बढ़ने पर यात्रियों के लिए चिन्हित किये गये होल्डिंग एरिया का पहले से निरीक्षण कर लिया जाए। तजो कि मुख्य कस्बों के पास हों व वहां श्रद्धालुओं और यात्रियों के लिए खाने, पीने, रहने एवं आवश्यक वस्तुओं की सुविधा उपलब्ध हो सके।