देहरादून। उत्तराखंड के तीरथ सरकार ने जहां कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए चार धाम यात्रा को स्थगित कर दिया है, वहीं चार धाम यात्रा पर आने वाले भिखारियों, साधु-संतों श्रद्धालुओं को लेकर केदारनाथ से कांग्रेसी विधायक सख्त नजर आ रहे हैं l
कांग्रेस विधायक मनोज रावत में डीजीपी अशोक कुमार को इस संबंध में पत्र भेजा है जिसमें उन्होंने कहा है कि अक्षय तृतीया के बाद उत्तराखंड में गंगोत्री,यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के कपाट खुल रहे हैं। अभी कुछ दिनों पहले कुंभ समाप्त हुआ है। कुंभ के बाद उत्तराखंड में कोरोना वायरस के मामलों में बेहताशा वृद्धि हुई है, पूर्व से परंपरा है के बाद कुंभ समाप्त होने के बाद हरिद्वार के स्नान हेतु आए साधु सन्यासी और बिखारी उत्तराखंड में गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ, बदरीनाथ की यात्रा पर पैदल निकलते हैं उनसे पैदल आने वाले श्रद्धालुओं के उत्तराखंड में कोरोना के का बड़ा माध्यम बन सकते हैं l
सरकार ने फिलहाल गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ की यात्रा पर रोक लगा दी है, इसलिए हरिद्वार अन्य स्थानों से पैदल गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ की यात्रा पर निकलने वाले सरदारों पर रोक लगाते हुए अविलंब उन्हें वापस उनके स्थानों पर भेजने हेतु आदेशित करने का कष्ट करें। यानी कुल मिलाकर साफ है कि कांग्रेस विधायक ने चारों धामों पर आने वाले अधिकारियों एवं साधु-संतों के रूप में जो श्रद्धालु आते हैं उन पर भी चारों धामों में रोक लगाने की मांग की है।
खबर इनपुट एजेंसी से