नई दिल्ली: भारतीय रेलवे जम्मू-कश्मीर को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने के लिए तेजी से काम कर रहा है। इसका एक उदाहरण ईटी नाउ ग्लोबल बिजनेस समिट में केंद्रीय रेल, संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पेश किया। उन्होंने चिनाब ब्रिज के बारे में बताया। पिछले साल, राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर ने दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल का निर्माण पूरा किया। यह पुल चिनाब नदी के ऊपर 359 मीटर (1178 फीट) की ऊंचाई पर बना है और पेरिस के एफिल टावर से 35 मीटर अधिक ऊंचा है।
इंजीनियरों ने साबित की योग्यता
ईटी नाउ ग्लोबल बिजनेस समिट 2024 में बोलते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इंजीनियरों द्वारा किए गए प्रयासों और चुनौतियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह एफिल टॉवर से 35 मीटर ऊंचा है। साथ ही केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस पुल का डिजाइन भारत में तैयार किया गया है। हमारे इंजीनियरों ने चुनौती को स्वीकार करअपनी योग्यता साबित की है। यह एक बहुत ही जटिल चुनौती थी। भौगोलिक रूप से, यह एक बहुत ही अस्थिर क्षेत्र है। घाटी के प्रभाव के कारण, हवा की गति बहुत तेज है। लेकिन अब यह प्रोजेक्ट पूरा हो चुका है।
कटरा से बनिहाल को जोड़ने में अहम
यह आर्च ब्रिज केंद्र जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में बक्कल और कौरी के बीच बना है। यह कटरा से बनिहाल को जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण कड़ी है। यह पुल उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक (यूएसबीआरएल) का एक हिस्सा है, जो 35000 करोड़ रुपये का एक ड्रीम प्रोजेक्ट है। केंद्रीय मंत्री ने कहा हम विकसित भारत की नींव रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि 280 किलोमीटर की हाई स्पीड रेल परियोजना पूरी हो गई है।
रेलवे में हो रहे है निमार्ण कार्य पर भी उन्होने जानकारी दी। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि अब 15 किलोमीटर एक दिन में रेलवे लाइन का निर्माण हो रहा है। उन्होंने बताया कि 10 साल में 41 हजार किलोमीटर रेलवे नेटवर्क का इलेक्ट्रिफिकेशन किया गया है।