राजनांदगांव: छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम और राजनांदगांव से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी पर जमकर हमला बोला है। बघेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 400 पार के दावे को खोखला बताया है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के राम मंदिर का मुद्दा उठाने से लोकसभा चुनाव में कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा। बघेल ने विश्वास जताया कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ को अगली सरकार बनाने के लिए स्पष्ट बहुमत मिलेगा। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री ने यह दावा भी किया कि लोकसभा चुनाव प्रधानमंत्री मोदी बनाम संपूर्ण भारत होंगा।
भूपेश बघेल ने भरोसा जताया कि विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) को केंद्र में सरकार बनाने के लिए लोकसभा चुनाव के बाद स्पष्ट बहुमत मिलेगा, जबकि कांग्रेस को छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों में से आधी से ज्यादा पर जीत मिलेगी। बघेल ने प्रधानमंत्री मोदी के इस दावे को खोखला बताया कि भाजपा लोकसभा चुनाव में कम से कम 370 सीट जीतेगी और राजग 400 के पार जाएगा।
बघेल ने गठबंधन मजबूत होने का किया दावा
क्या जनता दल-यूनाइडेट (जदयू) नेता नीतीश कुमार के राजग में चले जाने और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी के अकेले चुनाव लड़ने के फैसले के बावजूद इंडिया गठबंधन भाजपा से मुकाबले के लिए मजबूत है? इसके जवाब में बघेल ने कहा कि हमारे स्वाभाविक गठबंधन सहयोगी हमारे साथ हैं। वास्तव में हमारे गठबंधन का विस्तार हुआ है, जिसमें उद्धव ठाकरे, प्रकाश आंबेडकर और कई छोटे दल शामिल हुए हैं। उन्होंने दावा किया कि इसलिए हमारा गठबंधन मजबूत है।
सभी भगवान की ही संतान हैं- बघेल
दरअसल, तनाव तो राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन खेमे में है। आप हरियाणा में देख सकते हैं। बिहार में चाचा-भतीजे (चिराग पासवान और पशुपति पारस) के बीच खींचतान चल रही है। उत्तर प्रदेश में भी (ओम प्रकाश) राजभर और अपना दल सीट बंटवारे से नाराज हैं। इसलिए हमें नहीं लगता कि कोई उनके साथ जाएगा और अधिक लोग उनका गठबंधन छोड़ रहे हैं। उत्तर भारत में राम मंदिर की लहर की धारणाओं पर बघेल ने कहा कि भाजपा नारा लगा रही है कि ‘जो राम को लाये हैं, उसको हम लाएंगे’, लेकिन सभी भगवान की ही संतान हैं।
राजनांदगांव में आसानी से जीत मिलेगी- बघेल
उन्होंने राजनांदगांव में अपने प्रचार अभियान के दौरान कहा कि ये लोग राम को लाने वाले कौन होते हैं। इससे इस चुनाव में कुछ खास फर्क नहीं पड़ेगा। राजनांदगांव को भाजपा का गढ़ माना जाता है तो क्या इस क्षेत्र से चुनाव लड़ने पर कोई जोखिम नहीं है, इस प्रश्न के जवाब में बघेल ने कहा कि कोई खतरा नहीं है। उन्होंने कहा कि आसानी से जीत मिलेगी। यह बहुत अच्छी सीट है। भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री रहे रमन सिंह यहां से सांसद रहे थे लेकिन उनसे पहले एक और पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा भी यहां से सांसद रहे थे। यह इस बात पर निर्भर है कि लड़ाई कैसे लड़ी जाती है। कांग्रेस नेता ने माना कि छत्तीसगढ़ की स्थापना के बाद से लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को दो से अधिक सीटों पर जीत नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि इसके अनेक कारण रहे हैं।
उत्तर भारत में बीजेपी की लहर को नकारा
उन्होंने कहा कि लेकिन अभी स्थिति यह है कि विधानसभा चुनाव के नतीजों ने लोगों को चौंका दिया। उन्हें लगा कि यह कैसे हो गया। लोगों के दिलों में तो था कि सरकार दोबारा बननी चाहिए। इसलिए लोगों के मन में जो मलाल है कि सरकार दोबारा नहीं बन सकी, उसका फायदा हमें छत्तीसगढ़ में इन चुनावों में मिलेगा। बघेल ने दावा किया कि उत्तर भारत में भाजपा के पक्ष में कोई लहर नहीं है।
भारत रत्न सम्मान देने पर बघेल ने उठाया सवाल
उन्होंने कहा कि अगर कोई लहर होती तो उसके नेता नाम घोषित होने के बाद उम्मीदवारी से हाथ नहीं खींचते। जयंत चौधरी (रालोद) से गठबंधन की जरूरत नहीं पड़ती। इसके पीछे क्या मंशा है? उन्होंने चुनाव के समय कुछ दिन के अंतर पर पांच लोगों को ‘भारत रत्न’ सम्मान देने की घोषणा की। यह उनके डर को दिखाता है कि वे बेचैन हैं और भाजपा नेताओं के बयानों से यह पता भी चलता है।
गौरतलब है कि महादेव सट्टा एप मामले में भूपेश बघेल पर एफआईआर दर्ज हुआ है। जिसके बाद से बघेल बीजेपी पर लगातार जुबानी हमला बोल रहे हैं। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुझे फंसाया जा रहा है। मुझे बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।