नई दिल्ली: चीनी कंपनियों ने अमेरिकी टैरिफ लगने से पहले ही माल की डिलीवरी पूरी कर दी। इससे मार्च में चीन का एक्सपोर्ट 12.4% बढ़ गया। य रायटर्स के अनुमान (4.4%) से कहीं ज्यादा है। इसके अलावा अमेरिका स्मार्टफोन, कंप्यूटर जैसे उत्पादों पर “जवाबी टैरिफ” नहीं लगाएगा। इस खबर के बाद सोमवार को चीन और हॉन्ग कॉन्ग के शेयर बाजारों में जोरदार उछाल देखने को मिला।
चीन का ब्लू-चिप इंडेक्स CSI300 0.5% और शंघाई कम्पोजिट 0.9% चढ़ गया, जबकि हैंग सेंग इंडेक्स 2.4% और हैंग सेंग टेक इंडेक्स 2.7% ऊपर रहा। यह रिकवरी पिछले हफ्ते की भारी गिरावट (CSI300 में 3.5%, हैंग सेंग में 9.9% गिरावट) के बाद आई है।
इससे पहले जापान का निक्केई 225 इंडेक्स 2.2% चढ़कर 34,325.59 पर पहुंच गया। टॉपिक्स इंडेक्स भी 2% बढ़कर 2,515.53 पर पहुंचा। दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.89% और कोस्डैक 1.44% चढ़ा।
उछाल की 3 वजह
- अमेरिका ने टेक प्रोडक्ट्स को टैरिफ से छूट दी: स्मार्टफोन, कंप्यूटर जैसे उत्पादों पर “जवाबी टैरिफ” नहीं लगेगा, हालांकि सेमीकंडक्टर्स पर अलग टैरिफ लग सकते हैं।
- एप्पल सप्लायर्स को राहत: चीन की ऐपल सप्लाई करने वाली कंपनियों के शेयर चमके। फॉक्सकॉन 1.1% और गोरटेक 2.5% उछले।
- चिप सेक्टर में गिरावट: ट्रंप ने चीन से आने वाले सेमीकंडक्टर्स पर राष्ट्रीय सुरक्षा जांच की घोषणा की, जिससे CSI सेमीकंडक्टर इंडेक्स 0.9% लुढ़का।
क्या कह रहे एनॉलिस्ट
ईटी की खबर के मुताबिक गैलेक्सी सिक्योरिटीज के ली शुडिंग कहते हैं, “टैरिफ छूट से व्यापारिक रिश्तों में सुधार की उम्मीद बढ़ी है। मार्च में लोन डेटा भी बेहतर आया है और अर्थव्यवस्था को सपोर्ट के लिए नई नीतियां आ सकती हैं।” गोल्डमैन सैक्स ने चीन के इंडेक्स के टार्गेट कम कर दिए हैं, क्योंकि यूएस-चाइना ट्रेड टेंशन और डीकपलिंग का खतरा बढ़ा है। बाजार अभी भी टैरिफ वॉर और ग्लोबल मंदी के डर से सतर्क है। हालांकि, टेक सेक्टर को मिली छूट और एक्सपोर्ट डेटा ने निवेशकों को थोड़ी राहत दी है।