जियो और एयरटेल ने 5G इक्विपमेंट पार्टनर फाइनल कर लिए हैं. इस रेस से Huawei और ZTE जैसे चीनी कंपनियां बाहर हो गई हैं, जबकि Nokia, Ericsson और सैमसंग को ज्यादातर कॉन्ट्रैक्ट्स मिले हैं. जहां नोकिया फिनलैंड की है, वहीं Ericsson स्वीडन और सैमसंग कोरिया की कंपनी है.
नेक्स्ट जनरेशन के नेटवर्क रोलआउट में चीनी कंपनियों के हाथ कुछ नहीं लगा है. वहीं वोडाफोन आइडिया 5G इक्विपमेंट पार्टनरशिप के लिए यूरोपीय वेंडर्स से बातचीत में लगी हुई है.
रिपोर्ट्स की मानें तो वोडाफोन आइडिया ने शुरुआत में उन सर्किल के लिए ऑर्डर प्लेस किया है, जहां उसका रेवेन्यू मार्केट शेयर का 15 परसेंट या ज्यादा है.
जियो और एयरटेल की डील फाइनल
यूरोपीय वेंडर्स पहली बार मोबाइल टेलीफोनी इक्विपमेंट की सप्लाई मुकेश अंबानी की Jio को करेंगे. इससे पहले जियो ने 4G नेटवर्क के लिए सैमसंग के साथ मिलकर काम किया था. वहीं सैमसंग इस बार एयरटेल को मोबाइल नेटवर्क गीयर की सप्लाई करेगा.
शुरुआती दौर में एयरटेल 15 हजार से 20 हजार 5G साइट्स पर काम शुरू करेगा, जिससे बड़े शहरों को कवर किया जा सके. वहीं जियो का ऑर्डर इससे भी बड़ा होगा, जिससे ज्यादा से ज्यादा एरिया को बड़े शहरों में कवर किया जा सके.
अभी नहीं दिया है ऑर्डर
हालांकि, जियो और एयरटेल दोनों को ही नेटवर्क इक्विपमेंट के लिए पर्चेज ऑर्डर अभी प्लेस करना है. ब्रांड्स ने इस मामले में भी तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है.
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट की मानें तो भारती एयरटेल के सीनियर एक्जीक्यूटिव ने नोकिया, Ericsson और सैमसंग के साथ हुई डील की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि एयरटेल सभी वेंडर्स को पर्चेज ऑर्डर देगा.
चीनी कंपनियों को नहीं मिला भाव
रिपोर्ट्स की मानें तो Huawei और ZTE दोनों ही एयरटेल के 4G नेटवर्क से भी फेज आउट कर दिए जाएंगे. दोनों कंपनियों को तीनों नए वेंडर्स रिप्लेस करेंगे, जो 5G के लिए एयरटेल के साथ काम करने वाले हैं. वहीं जियो ने एयरटेल से भी कम कीमत पर Ericsson के साथ इक्विपमेंट्स के लिए डील कर ली है.