लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी बीते कई दिनो से अपनी मांगो को लेकर प्रदर्शन कर रहे है. वहीं सीएचओ ने इको गार्डन में अनिश्चितकालीन प्रदर्शन कर दिया है. हजारों की संख्या में सीएचओ इको गार्डन में धरना दे रहे है. कुछ दिनों पहले सीएचओ ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन का भी घेराव किया था. प्रदर्शन के दौरान यातायात प्रभावित होने से कई सीएचओ पर मुकदमा भी दर्ज हुआ था. बता दें कि इस अनिश्चितकालीन प्रदर्शन में पूरे प्रदेश भर से हजारों की संख्या में सीएचओ जुटे हुए है.
बता दें कि सीएचओ के प्रदर्शन की वजह से आयुष्मान आरोग्य प्रभावित हो रहा है. सीएचओ ने अपनी मांगो को लेकर स्वास्थ्य मिशन निदेशक से मुलाकत की थी. अब तक कोई ठोस समाधान न निकालने पर उन्होंने प्रदर्शन को अनिश्चित कालीन कर दिया था. वहीं प्रदर्शन कर रहे सीएचओ ने यह भी कहा है कि मांग पूरी न होने पर पूरे प्रदेश के सीएचओ महाआंदोलन करेंगे. सीएचओ ने सरकार से सभी सीएचओ को स्वैच्छिक स्थानांतरण का लाभ देने की मांग की है. वहीं 6 वर्ष पर नियमितीकरण की प्रक्रिया प्रारंभ करने की भी मांग की गई है.
क्या है सीएचओ की पूरी मांग
उत्तर प्रदेश संविदा कर्मियों को रिजवी कमेटी के द्वारा दिए गए सुझाव के अनुसार, समान काम समान वेतन दिया जाता है. इसके अनुसार सीएचओ को 4800 ग्रेड पे के अनुसार वेतन निर्धारण तथा महंगाई भत्ता भी दिया जाए. अटेंडेंस मैनेजमेंट सिस्टम (एएमएस) पर ऑनलाइन उपस्थिति जब तक स्वास्थ्य विभाग के सभी कर्मचारियों पर लागू नहीं होती है तो सीएचओ कर्मचारियों पर भी लागू न हो. प्रदेश भर में खाली चल रहे पदों पर सीएचओ की जल्द से जल्द भर्ती कराई जाए. वहीं अन्य राज्यों में जैसे एनएचएम का वेतन निर्धारण किया जा चुका है. जैसे मध्य प्रदेश, हरियाणा, बिहार, मेघालय, मणिपुर यूपी में भी वेतन निर्धारण जरूरी है