नई दिल्ली: राजस्थान में बीजेपी और कांग्रेस पार्टी की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है. एक तरफ कांग्रेस में विरोध के स्वर लगातार बढ़ रहे हैं. वहीं, बीजेपी की तीसरी लिस्ट आने के बाद टिकट कटने से कई नेताओं ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. अलवर शहर विधानसभा सीट से बीजेपी के पूर्व विधायक बनवारी लाल सिंघल ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है. रामगढ़ से टिकट कटने से नाराज सुखवंत सिंह ने भी निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है.
बनवारी लाल सिंघल ने कहा, “अब सब्र का बांध टूट गया है. अलवर की जनता ने प्यार दिया है. अब उनके लिए निर्दलीय चुनाव लड़ूंगा. पहली सूची में नाम नहीं आने पर मुझे उम्मीद थी कि रामगढ़ से टिकट मिलेगा. मगर, पार्टी ने मुझे रामगढ़ से भी टिकट नहीं दिया. पार्टी ने 178 में से अग्रवाल समाज को केवल एक टिकट दिया है. समाज में इसको लेकर गुस्सा है”.
उन्होंने कहा, मैंने पार्टी को नहीं छोड़ा, पार्टी ने मुझे छोड़ दिया है. मैं पार्टी के विरोध में चुनाव प्रचार नहीं करूंगा. मैं खुद के लिए वोट मांगूंगा और चुनाव जीतकर पार्टी के साथ रहूंगा. मेरी विचारधारा हिंदूवादी है. मैं गौ-रक्षक हूं. मैं पार्टी के खिलाफ नहीं जा सकता. मगर, पार्टी ने मुझे टिकट नहीं दिया इसलिए मजबूरी में मुझे निर्दलीय चुनाव लड़ना पड़ रहा है.
सुखवंत ने भी निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया
दूसरी तरफ रामगढ़ विधानसभा सीट से पार्टी ने सुखवंत सिंह का टिकट काटकर ज्ञानदेव आहूजा के भतीजे जय आहूजा को प्रत्याशी बनाया है. ऐसे में सुखवंत सिंह ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा, 5 साल तक मैंने क्षेत्र में काम किया. क्षेत्र के लोग चुनाव लड़ने की अपील कर रहे हैं. इसलिए निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है. उन्होंने अपने समर्थकों के साथ सभा कर लोगों से समर्थन मांगा.
बता दें कि दो दिन पहले कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए दर्शन सिंह गुर्जर को करौली, सुभाष सुनील को खंडेला से प्रत्याशी घोषित किया गया है. इसी तरह से राष्ट्रीय लोकतांत्रिक जल से बीजेपी में शामिल हुए रेवंतराम को खींवसर से और उदय लाल डांगी को वल्लभनगर से बीजेपी ने टिकट दिया है.
वसुंधरा के करीबी यूनुस खान का वीडियो वायरल
कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए नंदलाल पूनिया की पुत्रवधू सुमित्रा पूनिया को सादुलपुर से उम्मीदवार बनाया गया है. ऐसे में विरोध देखने को मिल रहा है. विरोध के चलते कुछ नेता तीसरे दल का दामन थामने की तैयारी में है. वसुंधरा के करीबी यूनुस खान का एक वीडियो वायरल हुआ है. इसमें उन्होंने डीडवाना में 4 नवंबर को जनसभा करने का ऐलान किया था.
उधर, नदबई सीट से पांच बार के विधायक राजा मानसिंह की बेटी कृष्ण को इस बार बीजेपी ने टिकट काट दिया है. वो नदबई से विधायक रही हैं. नगर से दो बार विधायक रही बीजेपी की महिला नेता अनीता सिंह गुर्जर का टिकट काट दिया गया है.
बीजेपी ने उनकी जगह पर जवाहर सिंह को टिकट दिया है. बयाना जिला अध्यक्ष की पत्नी का टिकट काटकर बयाना विधानसभा सीट पर बीजेपी जिला अध्यक्ष ऋषि बंसल की पत्नी और पूर्व प्रत्याशी रितु बनावत को टिकट दिया गया है. वैर से नए चेहरे पर दाव खेला गया है. पूर्व सांसद बहादुर सिंह कोहली को टिकट दिया गया है