भोपाल. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने छात्र से बदतमीजी करने वाले झाबुआ के एसपी अरविंद तिवारी को सस्पेंड कर दिया. सीएम चौहान ने नाराजगी जताते हुए कहा कि एक एसपी को इस तरीके की अशोभनीय बातें नहीं करना चाहिए.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पहले झाबुआ एसपी अरविंद तिवारी का स्थानांतरण कर मुख्यालय अटैच करने के निर्देश दिए थे. लेकिन नये निर्देश जारी कर एसपी तिवारी को निलंबित कर दिया है. आज सीएम हाउस में हुई बैठक में शिवराज सिंह ने मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस और डीजीपी सुधीर सक्सेना से इस घटना पर नाराजगी जताई और झाबुआ एसपी को तत्काल प्रभाव से हटाने के कहा था.
उन्होंने कहा बच्चों के साथ एसपी ऐसी अशोभनीय भाषा में कैसे बात कर सकते हैं. उन्होंने पुलिस अधिकारी कर्मचारियों के इस तरीके के रवैया को लेकर भी सीएसओ डीजीपी से बात की. शिवराज सिंह चौहान ने आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए
गौरतलब है कि झाबुआ एसपी अरविंद तिवारी को एक छात्र ने फोन कर उनसे मदद मांगी थी. छात्र ने कहा हम छात्रों को सुरक्षा चाहिए. लेकिन एसपी तिवारी ने मदद नहीं करते हुए फोन पर उसके साथ गाली गलौज की. उन्होंने छात्र से कहा तुझे थाने में बंद कर दूंगा. थाने से अच्छी सुरक्षा कहीं नहीं मिल सकती. मदद करना तो दूर एसपी ने सभी छात्रों को थाने में बंद करने की धमकी तक दी. एसपी अरविद तिवारी ने छात्र से कई बार गाली गलौज की. उनकी यह बातचीत छात्र के मोबाइल में रिकॉर्ड हो रही थी. उसने इस बातचीत हो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
झाबुआ पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्रों के बीच मारपीट हुई थी. एक गुट ने दूसरे गुट के छात्रों से बेल्ट और पत्थरों से मारपीट की. छात्रों का आरोप था कि अलीराजपुर जिले के छात्र नशे में थे. छात्रों ने इस मामले की शिकायत कोतवाली पुलिस से की. इस शिकायत पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो एक छात्र ने फोन पर एसपी अरविंद तिवारी से बातचीत की. फोन पर एसपी अरविन्द तिवारी ने छात्र से अभद्रता की. उनकी बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.