देहरादून l उत्तराखंड के सभी सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों को तय वक्त पर ऑफिस आना पड़ेगा. दरअसल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने कर्मचारियों के समय से काम पर पहुंचना सुनिश्चित करने के लिए शुक्रवार को मुख्य सचिव को सभी कार्यालयों में अविलंब बायोमेट्रिक प्रणाली लगाने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ सीएम ने सभी कर्मचारियों से समय पर कार्यालय पहुंचने की अपनी अपेक्षा व्यक्त की है.
धामी ने मुख्य सचिव एसएस संधु को ये निर्देश यहां ‘सुशासन’ पर हुई एक बैठक के दौरान दिए. मुख्यमंत्री ने इस संबंध में अपने एक ट्वीट में कहा, ‘आज सुशासन को लेकर आहूत बैठक में मैंने मुख्य सचिव को प्रदेश के सभी सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों की उपस्थिति दर्ज कराने के लिए अविलंब बायोमेट्रिक प्रणाली के सुचारु रूप से अनुपालन हेतु निर्देशित किया.’
अब वापस आकर हाजिरी लगानी की आदत छोड़नी होगी
यही नहीं, सीएम धामी के आदेश के बाद कर्मचारी और अधिकारी न सिर्फ तय वक्त पर ऑफिस आएंगे बल्कि समय से ही ऑफिस से वापस जा पाएंगे. इसके अलावा 2 दिन गायब होने के बाद, फिर आकर हाजिरी लगाने की आदत अब छोड़नी पड़ेगी. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कर्मचारियों की लापरवाही खत्म करने को लेकर कड़ा कदम उठाया है. इसका मकसद काम समय पर पूरा कराना है, ताकि लोगों की परेशानी कम की जा सके.
सिस्टम सुधारने को लेकर सक्रिय धामी
उत्तराखंड में अक्सर इस बात की कोशिश अलग-अलग वक्त पर अलग-अलग मुख्यमंत्री करते रहे हैं कि कर्मचारी और अधिकारी सही वक्त पर ऑफिस आएं. हालांकि मैनुअल हाजिरी प्रक्रिया होने की वजह से कई बार कर्मचारी या तो गायब होते हैं या फिर देर से दफ्तर पहुंचते हैं. ऐसे में बायोमेट्रिक हाजिरी का फैसला इस सिस्टम को सुधारने में कारगर साबित हो सकता है. बायोमेट्रिक हाजिरी के लिए आपके अंगूठे का इंप्रेशन या फिर रेटिना की पिक्चर मैच करना जरूरी है. साफ है कि हाजिरी सिस्टम में आप के आए बिना काम नहीं चल सकता. यानी अफसर हो या कर्मचारी उसे ऑफिस आना पड़ेगा.
बहरहाल, उत्तराखंड जैसे नए और छोटे राज्य में कर्मचारी व अधिकारी काम को गंभीर नहीं दिखते. इससे नुकसान जनता और राज्य का होता है. हालांकि बायोमेट्रिक हाजिरी से अब लापरवाही की गुंजाइश नहीं बचेगी.