कोलकाता: साल 2011 के विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने ‘बदला नहीं, बदल चाई’ का नारा दिया था. लेकिन बदलती परिस्थितियों में 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले स्थिति कुछ हद तक बदल गई. तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने सीधे ‘राजनीतिक बदला’ लेने का ऐलान किया. गुरुवार को कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस की मीटिंग में ममता बनर्जी ने बीजेपी नेताओं को जेल में डालने की चेतावनी दी. बता दें जब ममता बनर्जी चेतावनी दे रही थीं, तब विपक्षी नेता शुभेंदु अधिकारी जयनगर के दलुआखाकी गांव में थे. वहीं, उन्होंने कहा कि वह उस बयान के लिए मुख्यमंत्री के नाम पर एफआईआर दर्ज कराएंगे.
कोलकाता के नेताजी इंडोर स्टेडियम में पार्टी की बैठक में ममता बनर्जी ने कहा, ”उन्होंने हमारे चार विधायकों को जेल में डाल दिया है. इस तरह वे हमारी संख्या कम करना चाहते हैं. अगर उन्होंने हममें से चार लोगों को चोरी के नाम पर जेल में डाल दिया तो हम भी पार्टी की ओर से निर्णय लेते हुए उनमें से आठ को जेल में डाल देंगे.”
उन्होंने कहा, ”जिनके नाम पर चोरी, हत्या या अन्य मामले होंगे, मैं उन्हें जेल में डालूंगी!” मुख्यमंत्री की चेतावनी के बारे में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा, ”इन शब्दों के लिए मुख्यमंत्री के खिलाफ एफआईआर होनी चाहिए. मैं थाने में जाऊंगा और ममता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराऊंगा.”
भ्रष्टाचार के मामले में टीएमसी के कई नेता जेल में
बता दें कि भर्ती भ्रष्टाचार और राशन भ्रष्टाचार मामलों में केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद पार्थ चटर्जी, ज्योतिप्रिय मल्लिक, जीबनकृष्ण साहा और माणिक भट्टाचार्य वर्तमान में जेल में हैं. गौ तस्करी मामले में तिहाड़ जेल में तृणमूल के बाहुबली नेता अणुब्रत मंडल भी बंद हैं. गुरुवार को ममता ने कहा, केस्टो जेल में हैं, पार्थ जेल में हैं, माणिक जेल में हैं, बालू में हैं. जब आप (बीजेपी) अगले दिन कुर्सी पर नहीं होंगे तो कहां होंगे?”
लोकसभा चुनाव को लेकर गुरुवार को ममता ने पार्टी के सभी स्तर के नेतृत्व के साथ बैठक की. पार्टी के नेता और सांसद अभिषेक बनर्जी आंखों में संक्रमण के कारण बैठक में शारीरिक रूप से उपस्थित नहीं थे. बैठक की शुरुआत में वर्चुअल माध्यम से जुड़कर उन्होंने पार्टी नेतृत्व को बधाई दी. उस बैठक में ममता ने पार्टी को कार्यक्रमों का ऐलान किया.
उन्होंने यह भी बताया कि दिसंबर के दूसरे या तीसरे सप्ताह में बकाया पैसे की मांग को लेकर तृणमूल फिर से दिल्ली में अभियान चलाएगी. ममता ने कहा, ”जब संसद सत्र चलेगा तो मुझे दिसंबर के दूसरे या तीसरे हफ्ते में फिर से दिल्ली जाना होगा. हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का समय मांगेंगे. देखिये कितनों को मार सकते हैं! सीपीएम ने मुझे बहुत पीटा है. और मारते हैं तो हमारी ज़िद बढ़ती है.”
ममता ने आंदोलन का किया ऐलान
बंगाल विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुक्रवार से आरंभ हो रहा है. ममता बनर्जी ने आदेश दिया कि सभी विधायक 28, 29 और 30 नवंबर को विधानसभा में उपस्थित हों. केंद्रीय बकाया की मांग को लेकर विधानसभा में तीन दिन और दो घंटे धरना दिया जाएं. 2 और 3 दिसंबर को बूथ-बूथ में जुलूस निकाला जाएगा.
ममता ने पार्टी से यह भी कहा कि वोटर लिस्ट में जोड़ने, घटाने और दुरुस्त करने का चल रहा काम सावधानी से किया जाना चाहिए. ममता के शब्दों में, ”अगर मतदाता सूची सही नहीं है, तो कुछ नहीं होगा.” मुख्यमंत्री ने पार्टी से इस बात पर भी नजर रखने को कहा कि आरएसएस क्षेत्र में क्या कर रहा है? उनके शब्दों में, ”हर चीज पुलिस द्वारा नहीं की जाएगी. आपको भी सावधान रहना चाहिए. यदि आवश्यक हो तो क्लबों, सामाजिक संगठनों को भी जोड़ा जाए.”