पटना : वर्ष 2005 में हमलोग जब शासन में आये, उसके बाद हर वर्ग का विकास किया। मुस्लिम समुदाय के लिए भी तमाम काम हम लोगों ने किया। भाजपा भी हमारे साथ थी। कभी कोई बाधा नहीं डाली गई। मदरसों को सरकारी मान्यता दी। उनके शिक्षकों को बाकी शिक्षकों की तरह वेतन दिया। हिंदू-मुस्लिम का झगड़ा बंद हो गया। उसके पहले के 15 साल में क्या होता था। उस समय की अपनी पीड़ा को याद करिएगा। शुक्रवार को भागलपुर के तिनटंगा दियारा स्कूल में आयोजित चुनावी सभा में उक्त बातें बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नतीश कुमार ने कही। लोकसभा चुनाव 2024 के प्रचार अभियान में नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कई जनसभाएं की और हर जगह बीजेपी को मुसलमानों के हितों का समर्थन करने वाली पार्टी करार दिया।
सीएम ने कहा कि हिंदुओं के लिए भी काफी कुछ किया गया। मंदिरों में चहारदीवारी करवाई। महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण पंचायत चुनाव में दिया। विश्व बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता समूह को आगे बढ़ाया गया। आज महिलाएं आगे बढ़ रही हैं। हम अपने परिवार के लिए कुछ किए हैं?। उनको देखिए, पति-पत्नी, फिर बेटा, उसके बाद बेटी को आगे बढ़ा रहे हैं। 1989 भागलपुर वालों को याद होगा। उस घटना के बाद 15 साल वो लोग रहे, कुछ नहीं किया। हम आए तो जांच कराकर पीड़ितों को मदद दी गई।
पहली बार राजनीतिक मंच पर दिखे उदयकांत मिश्र
भागलपुर के भीखनपुर निवासी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मित्र उदय कांत मिश्र न सिर्फ सभा में उपस्थित थे, बल्कि लोगों को संबोधित भी किया। मिश्र अभी आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष हैं। किसी राजनीतिक सभा में यह संभवत उनका पहला संबोधन था। अपने संबोधन में उन्होंने बताया भी कि 55 साल पहले बांकीपुर जेल में नीतीश कुमार जी से पहली बार मिला। वहां भी इन्होंने संघर्ष कर कैदियों को सारी सुविधाएं दिलवाईं। राज्य में ठनका से मौतों पर चिंतित होकर सीएम ने उनसे कोई मशीन बनाने को कहा जो लोगों को सचेत करे। प्राधिकरण ने एक घड़ी विकसित की है, जो आपदा से पहले सचेत करेगी।