आनंद अकेला की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट
भोपाल। सीधी के वरिष्ठ विधायक केदारनाथ शुक्ला को प्रदेश में जल्द ही बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस संबंध में देऱ रात सीधी के विधायक केदारनाथ शुक्ला के आवास में मुलाकात की।
मध्यप्रदेश में शिवराज मंत्रीमंडल विस्तार के कयास लंबे समय से लगाए जा रहे हैं। पर विधायकों की आपसी खींचतान और राज्यसभा चुनाव के कारण कई बार मंत्रीमंडल का विस्तार टल चुका है। पर अब राज्यसभा चुनाव संपन्न होने के तुरंत बाद मंत्रीमंडल के विस्तार की तैयारियां शुरू कर दी जाएंगी। हालांकि इस समय प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का स्वास्थ्य अच्छा नहीं है। उनका इलाज लखनऊ में चल रहा है पर जैसे ही वो स्वस्थ होकर लौटते हैं शिवराज मंत्रीमंडल के विस्तार को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
शिवराज मंत्रीमंडल में किसे स्थान मिलेगा और किसे नहीं यह खबर पिछले दो महीने से मीडिया में सुर्खियों में हैं। मंत्रीमंडल विस्तार की आहट के साथ ही विधायक अपनी-अपनी सिफारिशें हाईकमान तक पहुंचाना शुरू कर देते हैं। चूंकि इस बार प्रदेश में सरकार ही ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक पूर्व विधायकों के कारण बनी है इसलिए मंत्रीमंडल में दस सीटें उनके लिए पहले से ही तय कर दी गईं हैं। नियमानुसार शिवराज मंत्रीमंडल में 34 चेहरों को ही स्थान दिया जा सकता है, जिसमें से कुछ सीटें हमेशा सुरक्षित रखी जाती है ऐसे में बीजेपी विधायकों के लिए मंत्रीमंडल में कम सीटे ही बचती है। ऐसे में मंत्री बनने के लिए पुराने मंत्री के साथ ही वरिष्ठ मंत्री भी जोर आजमाइश में लगे हुए हैं।
पार्टी और संगठन ने इस बार तय किया है कि पुराने मंत्रियों के स्थान में इस बार वरिष्ठ और जनाधार वाले विधायकों को वरीयता दी जाएगी। पर संगठन को डर है कि यह कदम सरकार के लिए कही आत्मघाती साबित न हो इसलिए वह मंत्रीमंडल विस्तार को लेकर काफी सजगता से काम कर रहा है। पर संगठन का मानना है कि अब परिस्थितियां पहले जैसी नहीं है। जनाधार वाले नेताओं को दरकिनार करना पार्टी के लिए ठीक नहीं होगा। यही कारण है कि पार्टी और संगठन इस बार जनाधार वाले नेताओं को अग्रिम पंक्ति में रखने की तैयारी में जुटा हुआ है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह स्वयं विधायक केदारनाथ के आवास में जाना बड़े संकेत
राजनीति में अक्सर देखा जाता है कि विधायक मुख्यमंत्री से मिलने उनके आवास में जाते हैं। मुख्यमंत्री से मिलने के लिए उनसे समय लेना पड़ता है। पर पिछले दिनों भोपाल में अलग ही नजारा देखने को मिला। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं सीधी के विधायक केदारनाथ के भोपाल स्थित आवास में जाकर मुलाकात की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिस तरह से सीधी से विधायक केदारनाथ शुक्ला मुलाकात की और उसके बाद बात की वह काफी चौंकाने वाला रहा। काफी देर तक चली इस बातचीत में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विधायक केदारनाथ शुक्ला से कई गंभीर मुद्दों पर चर्चा की।
क्या संगठन बड़ी जिम्मेदारी सौंप रहा है सीधी के विधायक को!
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिस तरह से सीधी से विधायक केदारनाथ शुक्ला से मुलाकात की राजनीतिक जानकारों का कहना है कि ऐसा तभी होता है जब या तो विधायक पार्टी छोड़ने वाला होता है या फिर उसे बड़ी जिम्मेदारी मिलने वाली होती है। सीधी के विधायक की पार्टी के प्रति निष्ठा सभी को पता है ऐसे में वो पार्टी को छोड़ेंगे इसकी संभावना न के बराबर है। वहीं कई जानकारों का कहना है कि राज्यसभा चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री ने विधायक से मुलाकात की है तो यह बात भी खरी नहीं उतरती। क्योंकि अगर राज्यसभा मुद्दा होता तो मुख्यमंत्री कई अन्य ऐसे विधायकों से मिलते जो नाराज चल रहे हैं और जिनके पाला बदलने के कयास भी लंबे समय में लग रहे हैं। वहीं राजनीतिक सूत्रों की माने तो सीधी के विधायक को संगठन प्रदेश सरकार में बड़ी जिम्मेदारी देने की तैयारी में है। जिसको लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वयं जाकर विधायक केदारनाथ शुक्ला से उनके आवास में मुलाकात की।