मनोज रौतेला की रिपोर्ट:
देहरादून :मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पिछले 3 दिनों से उत्तराखंड में राजनीतिक उथल-पुथल के बाद इस्तीफा दे दिया है। हरबंश कपूर, धन सिंह रावत, मुन्ना सिंह चौहान भी इस्तीफा देने आए थे। 18 मार्च को त्रिवेंद्र सरकार का 4 साल का कार्यकाल पूरा होने जा रहा था। लेकिन 4 साल का कार्यकाल पूरा होने से पहले ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है। 9 दिन बचे थे 4 साल पूरा होने में. इस्तीफे के पीछे का कारण का अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन भाजपा विधायकों की नाराजगी को इसके पीछे असली कारण माना जा रहा है।
कई कैबिनेट मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री की समन्वय की कमी को भी एक अन्य कारण माना जाता है। क्योंकि पिछले 4 वर्षों में, ऐसे कई उदाहरण थे जब उनके कैबिनेट मंत्री और विधायक त्रिवेंद्र सिंह रावत से नाराज दिखे। लिहाजा, सात साल में इसका एकमात्र गुजरात को छोड़ कर उत्तराखंड ऐसा राज्य है जहाँ पर बीजेपी ने अपने सीएम से इस्तीफा लिया है, वह भी परफॉर्मेंस आधार पर. प्रदेश में एक बार फिर कोई भी सीएम अपने कार्यकाल के पूरे 5 साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया है। बुधवार को सुबह 10 बजे बीजेपी विधायक दल की बैठक पार्टी हेड क्वार्टर में होगी। फिर तय किया जाएगा कि राज्य का अगला मुखिया कौन होगा।
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस्तीफा देना के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा पार्टी ने मुझे दायित्व दिया उसका में आभारी हूँ, छोटे से गाँव से यहाँ तक पहुँचूँगा मैंने सोचा नहीं था. अब जिको दायित्व सौंपा जायेगा उसको मेरी सुभकामनाएँ हैं.
ND तिवारी एकमात्र CM जिन्होंने पूरा किया अपना कार्यकाल-
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री और कार्यकाल
- नित्यानन्द स्वामी–9 नवंबर 2000 से 29 अक्टूबर 2001 तक
- भगत सिंह कोश्यारी–30 अक्टूबर 2001 से एक मार्च 2002 तक
- नारायण दत्त तिवारी–2002 से 2007 तक
- भुवन चन्द्र खंडूड़ी–8 मार्च 2007 से 27 जून, 2009
- रमेश पोखरियाल निशंक–27 जून 2009 से 11 सितंबर 2011
- भुवन चन्द्र खंडूड़ी–11 सितंबर 2011 से 2012 तक (एक कार्यकाल में दूसरी बार)
- विजय बहुगुणा–2012 से 2014
- हरीश रावत–फरवरी 2014 से 2017 तक
- त्रिवेंद्र सिंह रावत–18 मार्च 2017 से 9 मार्च 2021 को सौंपा इस्तीफा