लखनऊ. यूपी में नशे के बढ़ते कारोबार को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने सख्त तेवर दिखाए हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अवैध शराब व ड्रग्स के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि इसमें संलिप्त माफियाओं और उनके गुर्गों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए. इस अभियान में चिन्हित अपराधियों की सम्पत्तियों को जब्त करते हुए उनके पोस्टर्स सार्वजनिक स्थानों पर लगाए जाएं, ताकि राष्ट्र के खिलाफ अपराध कर रहे ऐसे अपराधियों को समाज में सबक सिखाया जा सके.
समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि नशे का कारोबार सिर्फ क्रिमिनल ऑफेन्स नहीं है, बल्कि यह एक राष्ट्रीय अपराध है. नशे के सौदागरों ने न सिर्फ अवैध रूप से संपत्ति अर्जित की है बल्कि युवाओं के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं. युवाओं को नशे के दलदल में झोंककर समाज को खोखला कर रहे है. ऐसे माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई जरुरी है.
अब तक 785 तस्कर हुए गिरफ्तार
बता दें कि सरकार की तरफ से जारी किये गये आंकड़ों के मुताबिक पहले चरण में नशे के सौदागरों पर योगी सरकार ने शिकंजा कसते हुए अभी तक 785 अभियुक्त गिरफ्तार किये है, जबकि पुलिस ने साढ़े पांच करोड़ रुपये से ज्यादा की कीमत के मादक पदार्थ जब्त किये हैं. प्रदेश भर के 342 हुक्काबारों और अवैध मादक पदार्थ की तस्करी करने वालों के 4338 ठिकानों पर छापे डालकर भारी संख्या में मादक पदार्थों को जब्त किया गया है.
सोमवार को सभी जिलों में चला एक साथ अभियान
एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रदेश के युवाओं को नशे की लत से बचाने के लिए सरकार ने नशे के सौदागरों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. इस कड़ी में यूपी पुलिस ने सोमवार को हुक्काबार एवं अवैध मादक पदार्थों के तस्करों के विरूद्ध प्रदेश के सभी जिलों में एक साथ अभियान चलाया, जिसमें 785 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया और साढ़े पांच करोड़ रुपये से ज्यादा की कीमत के मादक पदार्थ बरामद किए गए.