आनंद अकेला की रिपोर्ट
सीधी। जिले में कोरोना बीमारी को लेकर जिला कलेक्टर रवींद्र चौधरी विशेष निगरानी रखे हुए हैं। जहां की स्थिति संदेहास्पद होती है जिला कलेक्टर स्वयं पहुंचकर विशेष मौके का जायजा लेते हैं। इसके अलावा जिले में कोरोना को लेकर बनाई गई हर व्यवस्था का निरीक्षण करते है। कोरोना संक्रमण के उपचार के लिए बनाए गए विशेष निर्सिंग प्रशिक्षण केंद्र का जिला कलेक्टर रवींद्र चौधरी ने न केवल निरीक्षण किया बल्कि विशेष निर्देश भी जारी किए है।
कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी ने कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से उपचार के लिए नर्सिंग प्रशिक्षण केंद्र में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण किया। उन्होंने आइसोलेशन वार्ड में सभी व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करने तथा संक्रमित व्यक्तियों के उपचार के लिए पूरी तैयारी रखने के निर्देश दिए हैं।
गौरतलब है कि सीधी में बनाए गए इस नर्सिंग प्रशिक्षण केंद्र में एक समय में 30 व्यक्तियों के उपचार की व्यवस्था की गयी है तथा इसे पूरी तरह से संसाधन युक्त बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। आवश्यकता पड़ने पर यहां किसी भी संसाधन की कमी न पड़े इस बात का विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है। इसके अलावा हर व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित हो रही है इसकी भी विशेष निगरानी रखी जा रही है।
वहीं इसके अतिरिक्त जिला चिकित्सालय में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में एक समय में पांच व्यक्तियों के उपचार की सुविधा है। यहीं भी उपचार से संबंधित सभी व्यवस्थाएं चुस्त दुरुस्त रहे इसका विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
कोरोना को लेकर जिले के कलेक्टर रवींद्र चौधरी इस वक्त जहां भी निरीक्षण में जाते हैं अधिकारियों व कर्मचारियों को विशेष रूप से निर्देशित करते हैं। उनका कहना है कि जरा सी चूक आने वाले समय में बड़ा संकट बन सकती है अतः हमें उस चूक से बचना है। अधिकारियों के निर्देशित हुए कहा कि जहां भी स्थिति संदिग्ध प्रतीत हो उस पर विशेष रूप से निगरानी रखी जाए।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. आरएल वर्मा, सिविल सर्जन डा. एसबी खरे सहित चिकित्सीय स्टाफ़ उपस्थित रहे।