उज्जैन : कांग्रेस और भाजपा के बीच जुबानी जंग अब महाकाल पर आ गई है. दोनों ही पार्टियों के दिग्गज नेता बाबा महाकाल का नाम लेकर एक दूसरे पर ठीकरे फोड़ रहे हैं. पहले मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने उज्जैन में एक कार्यक्रम के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधा और अब केंद्रीय मंत्री ने पलटवार किया है.
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर पलटवार करते हुए ट्वीट किया, “हे प्रभु महाकाल, कृपया दिग्विजय सिंह जी जैसे देश-विरोधी और मध्य प्रदेश के बंटाधार, भारत में पैदा न हों.”
दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने उज्जैन के एक कार्यक्रम में सिंधिया पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था, “हे प्रभु, हे महाकाल, ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस में कोई दूसरा पैदा न हो.” उन्होंने यह भी कहा कि जब कमलनाथ सरकार को गिराया गया, उस समय राजा महाराजा बीजेपी के हाथों बिक गए. इसके अलावा दिग्विजय सिंह ने कहा कि सरकार ने महाकाल के दर्शन को व्यवसाय बना दिया है. पहले निशुल्क दर्शन होते थे. अब इसके लिए पैसे लिए जाते हैं.
राहुल गांधी को भी निशाने पर ले चुके हैं ज्योतिरादित्य
बताते चलें कि इससे कुछ दिन पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर राहुल गांधी को घेरा था. सिंधिया ने राहुल गांधी के बारे में ट्वीट किया था, “स्पष्ट है कि अब आप एक ट्रोल तक सीमित हो चुके हैं. मुझ पर बेबुनियाद आरोप लगाने और मुख्य मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के बजाय, इन तीन प्रश्नों का जवाब क्यों नहीं देते?”
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से पहला सवाल पूछा, “पिछड़े वर्ग को लेकर अपने अपमानजनक बयान के लिए माफी क्यों नहीं मांगते? उल्टा कहते हैं कि आप सावरकर जी नहीं हैं, माफी नहीं मांगेंगे! देश सेवक का अपमान और इतना अहंकार!!”
दूसरा सवाल था, “जिस न्यायालय पर कांग्रेस ने सदैव ऊंगली उठाई, आज अपने स्वार्थ हेतु उस पर दबाव क्यों बना रहे हैं? तीसरा सवाल पूछा था, “आपके लिए नियम अलग क्यों हों? अपने आप को क्या आप फर्स्ट क्लास नागरिक मानते हैं?”आप अहंकार में इस कदर ग्रस्त है कि शायद इन सवालों की महत्ता भी आपकी समझ से परे है.
राहुल गांधी के बेहद करीबी माने जाते थे सिंधिया
आपको बता दें कि बीते कुछ दिनों से ज्योतिरादित्य सिंधिया खुलकर राहुल गांधी का विरोध कर रहे हैं. एक समय था जब ज्योतिरादित्य सिंधिया को राहुल गांधी का बेहद करीब माना जाता था. यही नहीं, कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आने के बाद भी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सीधे तौर पर राहुल गांधी को कभी निशाने पर नहीं लिया लिया. मगर, अडानी मामले पर सिंधिया का नाम जोड़ने के बाद से ही ज्योतिरादित्य सिंधिया के निशाने पर राहुल गांधी आ गए हैं.