नई दिल्ली। राजस्थान कांग्रेस कमेटी ने पूर्व मंत्री अमीन खान और पूर्व पीसीसी सचिव बालेंदु शेखावत को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। दोनों पर पार्टी विरोधी गतिविधियों शामिल होने का आरोप है। लोकसभा चुनावों के बीच इस कार्रवाई से पार्टी आलाकमान ने अन्य नेताओं को नसीहत देने की कोशिश की है।
अमीन खान बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा से 5 बार विधायक और गहलोत सरकार में मंत्री रहे हैं, लेकिन लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी उम्मेदाराम बेनीवाल की बजाय निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी के समर्थन का आरोप है। वहीं बालेन्दु शेखावत जालोर-सिरोही में कांग्रेस के खिलाफ काम कर रहे थे। शुक्रवार को मतदान समाप्त होते ही कांग्रेस ने दोनों नेताओं को निष्कासित कर दिया
पूर्व मंत्री अमीन खान का ऑडियो वायरल
पूर्व मंत्री अमीन खान शिव विधानसभा सीट से 2023 का चुनाव हार गए थे। बाड़मेर जैसलमेर संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव लड़ रहे रवींद्र भाटी ने ही उन्हें चुनाव हराया था। वह भाजपा से लोकसभा का टिकट मांग रहे थे, नहीं मिला निर्दलीय मैदान में उतर गए। जबकि कांग्रेस ने यहां से जाट नेता उम्मेदराम को प्रत्याशी बनाया है। अमीन खान ने पिछले दिनों एक टेलीफोनिक इंटरव्यू में जाटों पर कांग्रेस को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के समर्थन की बात कही थी। जिसका ऑडियो वायरल सोशल मीडिया पर वायरल है।
बालेंदु शेखावत के खिलाफ शिकायत
बालेंदु शेखावत पर जालोर-सिरोही के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के विरोध में काम करने की शिकायत मिली थी। कांग्रेस ने यहां पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को उम्मीदवार बनाया है। जबकि, भाजपा ने लुंबाराम चौधरी को उम्मीदवार बनाया है। कांगेस नेता शेखावत यहां कांग्रेस से भितरघात कर भाजपा प्रत्याशी का सहयोग किया है। शिकायत मिलने पर प्रदेश नेतृत्व ने छह साल के लिए निकाल दिया।