नई दिल्ली : बीजेपी (BJP) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया (Satish Poonia) ने दावा किया कि राजस्थान में कांग्रेस (Congress) बड़े विभाजन की ओर जा रही है. इसका खुलासा जून में हो जाएगा. सतीश पूनिया ने आगे कहा कि महंगाई राहत कैम्प नहीं बल्कि कांग्रेस का ‘आफत कैम्प’ है. सतीश पूनिया ने यह बात भरतपुर दौरे पर कही.
उपनेता प्रतिपक्ष पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक द्वारा चलाया गया राहत कैम्प नहीं कांग्रेस का आफत कैम्प है. अपने कार्यकाल में तो कांग्रेस सरकार ने यही किया है कि राहत की जगह आफत पेश की है. महंगाई राहत कैंप की जगह यह कांग्रेसी राहत कैंप होता जिससे कांग्रेस की अंदरूनी समस्याओं का समाधान करते तो ज्यादा अच्छा होता. कांग्रेस पार्टी को अपने लिए राहत कैंप की जरूरत है. सचिन पायलट द्वारा भ्रष्टाचार के मामले की जांच की मांग पर उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि उनकी की मांग और बयान सिर्फ सियासी बयान तक ही सीमित है. सचिन पायलट खुद की पार्टी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मुद्दे उठा रहे हैं पेपर लीक और बेरोजगारी का मुद्दा उठा रहे हैं लेकिन कांग्रेस की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
अपनी बात पर कायम दिख रहे हैं सचिन पायलट
राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएमसचिन पायलट के अल्टीमेटम को 15 दिन पूरे हो चुके हैं और हाल ही में टोंक में उन्होंने बयान दिया था कि ‘युवाओं और जनता के बीच में जो वादा मैंने किया है मैं उसके साथ हूं.’ वहीं, कांग्रेस आलाकमान ने सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच सुलह कराने का संदेश दे दिया है. हालांकि धरातल पर ऐसा दिखाई नहीं दे रहा है. बता दें कि सचिन पायलट और सीएम अशोक गहलोत के बीच लंबे समय से खींचतान जारी है और चुनाव नजदीक आता देख कांग्रेस कोई रिस्क नहीं लेना चाहती थी इसलिए दोनों से शीर्ष नेतृत्व ने अलग-अलग बैठक की थी.