पटना : बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार का मुद्दा एक बार फिर गर्म होने लगा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चल रहे महागठबंधन सरकार में कांग्रेस पार्टी 2 सीटों की मांग कर रही है। पिछले कई महीनो से बिहार में मंत्रिमंडल के बिस्तार पर चर्चा चल रही है। लेकिन, महागठबंधन के घटक दलों में आंतरिक तौर पर सहमति नहीं बनने की वजह से नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो पा रहा है।
इधर कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर नीतीश कैबिनेट का विस्तार की चर्चा छेड़ दी है। इस मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी ने कड़े तेवर का इजहार किया है। बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा है कि हमारी पार्टी को कोई भी नजरअंदाज नहीं कर सकता है। कांग्रेस पार्टी सरकार में मजबूती के साथ शामिल है और काम कर रही है। पार्टी को वाजिब हक हर हाल में देना होगा। उन्होंने कहा कि बिहार के विभिन्न बोर्ड निगमों में कांग्रेस पार्टी को उचित स्थान मिलेगा। बातचीत के दौरान अखिलेश सिंह समझौते के मूड में नहीं दिख रहे थे।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने नीतीश कैबिनेट का विस्तार को लेकर भी चर्चा की। पत्रकारों के सवाल पर उन्होंने कहा कि जल्दी ही बिहार में मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा और उसमें कांग्रेस पार्टी को जगह दी जाएगी। कांग्रेस की ओर से दो मंत्री पद की मांग लगातार की जा रही है। अखिलेश सिंह ने कहा कि इसे लेकर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से बात हो गई है। पटना वापस आने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस मुद्दे पर विचार विमर्श किया जाएगा। उसके बाद तारीख तय हो जाएगी कि कब नए सदस्यों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा।
बिहार में लंबे समय से कांग्रेस अपने 19 एमएलए के बल पर मंत्रिमंडल में चार सीटों की डिमांड कर रही है। अखिलेश सिंह के बयान से लगता है कि कांग्रेस की यह मांग अब जल्द पूरी होने वाली है। फिलहाल नीतीश मंत्रिमंडल में कांग्रेस पार्टी से दो मंत्री हैं। दलित कोटे से मुरारी प्रसद गौतम और अल्पसंख्यक कोटे से अफाक आलम को मंत्री बनाया गया है। पार्टी मंत्रिमंडल में और दो सीटों की डिमांड कर रही है। प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह लगातार इसके लिए प्रयासरत हैं। तेजस्वी यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पहले भी बात कर चुके हैं। 23 जून को पटना में विपक्षी एकता की बैठक के बाद राहुल गांधी ने भी नीतीश कुमार और लालू यादव से मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बात की थी।
मोदी सरनेम केस में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर अखिलेश सिंह ने बीजेपी पर हमला किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की जीत सत्य की जीत है। पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी की ओर से राहुल गांधी के खिलाफ कुत्सित प्रयास किए जा रहे थे। उसमें उन्हें सफलता नहीं मिली। कोर्ट के फैसले से भाजपा को करारा जवाब मिला है। 2024 में जनता फिर से उन्हें जवाब देगी।