देहरादून। नोटबंदी की बरसी पर बयान जारी करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि मोदी सरकार के इस तुगलकी फरमान के बाद आम जनता के साथ-साथ संसद के प्रति जबाबदेही से बचते रहे।
नोटबन्दी के कारण पूरे देश में लम्बे समय से बैंक की पंक्ति खड़े होने के उपरान्त पैसे न मिलने के कारण 165 लोगों की मृत्यु हो गई थी। कुछ लोग पैसे के अभाव के कारण बच्चों की शादी में व्यवधान उत्पन्न होने एवं अन्य कारणों से अपनी जान गंवा बैठे थे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसद में दो शब्द संवेदना के बोलना भी उचित नहीं समझा था। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि नोटबंदी की इस त्रासदी में मारे गये लोगों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करती है। कांग्रेस पार्टी सदैव गरीब, मजदूर एवं किसानों की हितैषी रही है।
समाज के अंतिम छोर पर बैठे हुए व्यक्ति के साथ-साथ समाज के हर वर्ग के हितों की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने जहां एक ओर यू.पी.ए. सरकार का नेतृत्व करते हुए देष के किसानों का लगभग 70 हजार करोड़ रूपये का ऋण माफ कर देष के किसानों को बडी राहत पहुंचाने का काम किया|
वहीं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राहुल गांधी जी ने संसद से सड़क तक किसानों के हक की लड़ाई लड़ते हुए केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा लाये गये भूमि अधिग्रहण बिल के खिलाफ आवाज उठाकर किसानों के हितों की मजबूत पैरवी की तथा उनको उनका हक दिलाने का काम किया। करन माहरा ने कहा कि आज देश में मंहगाई अपने चरम पर है। भाजपा शासित प्रदेशों में भ्रष्टाचार का बोलबाला है तथा राज्यों की कानून व्यवस्था पूर्ण रूप से ध्वस्त हो चुकी है।
कांग्रेस पार्टी नोटबंदी व जीएसटी की मार झेल रहे आम आदमी व व्यापारी वर्ग के साथ खड़ी रही। नोटबंदी के कारण देश के कई उद्योग व्यापार चैपट हो गये तथा इन उद्योगों से रोजी-रोटी कमाने वालांें को अपने रोजगार से हाथ धोना पड़ा। कांग्रेस पार्टी सदैव उनकी लड़ाई सड़क से लेकर संसद तक लड़ती रही तथा लड़ती रहेगी।