देहरादून : कांग्रेस ने अगले साल होने वाले संसदीय चुनावों को लेकर अभी से काम करना शुरू कर दिया है। कांग्रेस ने सत्तारूढ़ भाजपा को घेरने के लिए सैन्य भर्ती योजना अग्निपथ को अपना प्रमुख चुनावी मुद्दा बनाने का फैसला किया है। उत्तराखंड उन राज्यों में शुमार है जो सेना में सर्वाधिक जनशक्ति का योगदान करता है। सनद रहे पिछले साल जून में अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद उत्तराखंड के युवाओं ने राज्य भर में सड़कों पर उतरकर सरकार के फैसले खिलाफ अपना आक्रोश निकाला था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस साल अप्रैल में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ पद्म विभूषण जनरल बिपिन रावत की प्रतिमा और स्मारक स्थल का उद्घाटन करते हुए कहा था कि सेना में शामिल होना उत्तराखंड के युवाओं के लिए एक बड़ी प्राथमिकता रहा है।
अग्निपथ योजना के विरोध के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा था कि राज्य सरकार पुलिस समेत कई सेवाओं में अग्निवीरों को प्राथमिकता देगी। बाद में युवाओं ने भर्ती रैलियों में पात्रता मानदंड निर्धारित करने में लापरवाही का आरोप लगाया था। इस संबंध में उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर मामले को देखने की गुजारिश की।
उत्तराखंड के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने 2024 के लोकसभा चुनावों में पार्टी की रणनीति और तैयारियों पर चर्चा करने के लिए गुरुवार को नई दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और पार्टी के महासचिव संगठन केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की। बैठक में भाग लेने वाले राज्य कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करण महरा, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता यशपाल आर्य, पार्टी के राज्य प्रभारी देवेंद्र यादव और अन्य नेता शामिल थे। कांग्रेस का कहना है कि अग्निपथ योजना के जरिए युवाओं के भविष्य को कैसे खतरे में डाला गया है, इसको उजागर करने के लिए वह उत्तराखंड में एक पद यात्रा निकालेगी जिसमें राहुल गांधी भी हिस्सा लेंगे।
करण महरा ने कहा- हम राज्य में पद यात्राएं निकालेंगे। हम इस बात को जनता को बताएंगे कि राज्य के युवाओं को अग्निवीर योजना के कारण कैसे नुकसान उठाना पड़ा है। सभी गांवों से युवा सेना में जाना चाहते हैं। पार्टी जल्द पद यात्राओं के संचालन को लेकर एक रोडमैप तैयार करेगी। कांग्रेस की इस रणनीति पर भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा- अग्निवीर योजना को युवाओं ने बड़ी संख्या में उत्साह के साथ भाग लेकर सराहा है। इस योजना का मकसद सेना और राष्ट्र की सुरक्षा को मजबूत करना भी है। जिन लोगों ने हमारी सेना का अपमान किया है, जिन लोगों ने बार-बार विदेशी धरती से देश का अपमान किया है, उनको इस बारे में बोलने का कोई अधिकार नहीं है। वे इस तरह की पद यात्राओं से युवाओं को गुमराह करना चाहते हैं।
वहीं उत्तराखंड बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार ने कहा- यह युवाओं से जुड़ा मुद्दा है। हम यह तय करने के लिए अपने संगठन के पदाधिकारियों से बात करेंगे कि कांग्रेस के आह्वान को समर्थन देना है या नहीं। दूसरी ओर उत्तराखंड में तैनात सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम नहीं प्रकाशित करने की शर्त पर कहा कि युवा अग्निपथ को चुन रहे हैं। अग्निवीर भर्ती रैलियों में उमड़ी भीड़ सरकार के फैसले के प्रति सकारात्मक प्रतिक्रिया की तस्दीक करती है। रानीखेत रैली में लगभग 10,000 युवाओं ने भाग लिया। जहां तक योजना में बदलाव की बात है तो इस पर शीर्ष स्तर पर मंथन चल रहा है।