भोपाल: कांग्रेस में नेताओं में अक्सर गुटबाजी दिखाई देती है। अगर यह गुटबाजी जगजाहिर हो जाए तो पार्टी की किरकिरी होने में देर नहीं लगती। एक ऐसा ही मामला शुक्रवार को सामने आया। पूर्व मंत्री प्रदेश कांग्रेस कमेटी में चल रही प्रेस कांफ्रेंस को छोड़कर चले गए। विवाद इतना बढ़ा की प्रेस कांफ्रेंस को रद्द करना पड़ा। शुक्रवार दोपहर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजित की गई थी। पूर्व मंत्री और विधायक कमलेश्वर पटेल सेंटर चेयर के माध्यम से अपनी बात रखना चाहते थे, लेकिन प्रदेश संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर ने कुर्सी खाली नहीं की। इस बात से नाराज होकर कमलेश्वर पटेल ने अपनी बात रखे बिना ही पीसीसी से वापस चले गए।
कांग्रेस की प्रेस कांफ्रेंस में पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल, संगठन प्रभारी चन्द्रप्रभाष शेखर, मीडिया विभाग के चैयरमैन केके मिश्रा सहित अन्य प्रवक्ता भी मौजूद थे। इस दौरान कमलेश्वर पटेल को वह कुर्सी नहीं मिली, जिसमें वे बैठना चाहते थे, विवाद की शुरुआत यही से हुई।कांग्रेस की प्रेस कांफ्रेंस में पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल, संगठन प्रभारी चन्द्रप्रभाष शेखर, मीडिया विभाग के चैयरमैन केके मिश्रा सहित अन्य प्रवक्ता भी मौजूद थे। इस दौरान कमलेश्वर पटेल को वह कुर्सी नहीं मिली, जिसमें वे बैठना चाहते थे, विवाद की शुरुआत यही से हुई।
बाद में दी सफाई
जैसे ही बिना कुछ बोले कमलेश्वर पटेल वहां से रवाना हुए तो पत्रकारों ने उनसे पूछ लिया कि क्या वे नाराज होकर जा रहे हैं। पटेल जवाब दे पाते, इससे पहले ही चन्द्रप्रभाष ने कहा कि उन्हें कोई काम है, इसलिए वे जा रहे हैं, अपनी बात वे बाद में रखेंगे। वहीं, कमलेश्वर पटेल ने कहा कि मैं अपनी बात बाद में करूंगा, अभी हमारे वरिष्ठ नेता विराजमान हैं, पहले वे अपनी बात कर लें। हालांकि पटेल की जाते ही पीसी खत्म कर दी गई।
ऐसी क्या बात थी जो कांग्रेस ने नहीं बोलने दिया
राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा चल रही है कि कमलेश्वर पटेल कुछ महत्वपूर्ण बात मीडिया के साथ साझा करना चाहते थे, इसी डर के कारण कांग्रेस ने उन्हें बोलने के मौके से वंचित रखा। अब इशे लेकर प्रदेश की सियासत एक बार फिर से गर्म हो गई है।