वाराणसी: काशी राजपरिवार (Benaras State) के सदस्यों की बीच बीते कई सालों से जारी संपत्ति विवाद अब पुलिस थाने की चौखट तक पहुंच गया है। कुंवर अनंत नारायण सिंह ने अपनी बहनों और भांजों पर फर्नीचर, महत्वपूर्ण कागजात चोरी करने और आपराधिक षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है। रामनगर किले (Ramnagar Fort) के सुरक्षा अधिकारी की शिकायत के आधर पर केस दर्ज कर लिया गया है।
वाराणसी के छित्तूपुर निवासी राजेश शर्मा रामनगर किले के सुरक्षा अधिकारी हैं। पुलिस में दी गई तहरीर के अनुसार 25 जून को कर्मचारी कौशलेंद्र शर्मा ने बताया कि किले के अंदर ड्योढ़ी कोट के एक कमरे का ताला टूटा हुआ है। वहां से महत्वपूर्ण कागजात, फर्नीचर सहित अन्य सामान गायब हैं। मुझे जानकारी हुई कि विष्णु प्रिया और कृष्ण प्रिया के निर्देश पर वरद नारायण सिंह, वल्लभ नारायण सिंह और उनके एक कर्मचारी ने ये सामान चोरी किया है।
रामनगर थाने में राजेश कुमार शर्मा की तहरीर पर चोरी, तोड़फोड़ करने और साजिश रचने में धारा 380, 454 और 120बी के तहत केस दर्ज किया है। एफआईआर के बाद DCP काशी जोन रामसेवक गौतम ने चोरी के आरोप के बारे में छानबीन की। मौका मुआयना के साथ ही कुंवर अनंत और विष्णु प्रिया, कृष्ण प्रिया से मिलकर जानकारी ली।
चोरी के इस प्रकरण में एक तरफ कुंवर अनंत ने चोरी गए दस्तावेजों को महत्वपूर्ण करार देते हुए दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। वहीं बहन कृष्ण प्रिया ने जांच के दौरान बताया कि किले के कुछ कर्मचारी हम भाई-बहनों को लड़ाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सामान चोरी के बारे में हम सोच भी नहीं सकते हैं। दोनों बेटे भी शहर के बाहर थे। फिर भी उनके खिलाफ केस दर्ज कराया गया। पुलिस को इस मामले में जांच करने के बाद ही मुकदमा लिखना चाहिए था।
बता दें कि दिवंगत महाराज विभूति नारायण सिंह के बेटे कुंवर अनंत नारायण का अपनी बहनों विष्णु प्रिया, कृष्ण प्रिया और हरि प्रिया के साथ संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा है। काशी नरेश के निधन के बाद 2005 से भाई-बहनों में संपत्ति को लेकर मुकदमेबाजी चल रही है। कुंवर अनंत की तरफ से दावे के मुताबिक पिता विभूति नारायण सिंह ने 2000 में उनके नाम वसीयतनामा लिख दिया था। विवाद के बाद 2011 में उन्होंने बहनों के साथ रिश्ता खत्म कर लिया था।
इसके बाद दो मौके पर आपसी कलह खुलकर सामने आई। 2018 में कुंवर अनंत नारायण सिंह ने काशी स्टेट के राजकीय चिह्न (मुहर) के दुरुपयोग को लेकर बहन हरि प्रिया के खिलाफ रामनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद 2021 में कोदोपुर में एक जमीन की रजिस्ट्री कर दिए जाने को लेकर भी विवाद हुआ था। तब काशीराज परिवार की बेटियों ने मौके पर काम रुकवाया और फिर दुर्ग से जुड़ी किसी भी संपत्ति को न खरीदने की अपील की।