टिहरी गढ़वाल l देवभूमि कहे जाने वाले उत्तराखंड में लव और लैंड जिहाद के मामलों के बाद अब एक अन्य समुदाय द्वारा धर्मान्तरण के मामले भी सामने आने लगे हैं. बताया जा रहा है कि यह समुदाय गरीब असहाय लोगों को टारगेट कर रहा है और लालच देकर इनका धर्म परिवर्तन करने की कवायद कर रहा है. पहाड़ों के दूरस्थ क्षेत्रों में लोग इस तरह के आरोप लगाकर इस पर भी नाराज़गी जता रहे हैं कि शासन प्रशासन की अनदेखी के चलते यह ‘धंधा’ खूब फल फूल रहा है. हिंदू संगठनों से जुड़े कुछ लोगों ने आंदोलन करने की चेतावनी भी दे डाली है.
टिहरी का सीमान्त घनसाली क्षेत्र अनुसूचित बाहुल्य क्षेत्र है और घनसाली विधानसभा सीट भी रिज़र्व कोटे में है. पिछले कुछ सालों से घनसाली की 10 न्याय पंचायतों में ईसाइयत के साथ जुड़ी संस्थाएं एक्टिव मोड पर हैं और हर गांव में गरीब असहाय लोगों की मदद के लिए इनके सेंटर चलाए जा रहे हैं. सोशल मीडिया में वायरल हुए कुछ वीडियो में मिशनरी धर्मान्तरण को बढ़ावा देते हुए दिख रही हैं, जिसके बाद अब हिन्दू संगठन सजग हो गए हैं.
क्या कह रहे हैं हिंदू संगठन?
घनसाली के हिन्दू संगठन और सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों का कहना है कि दूरस्थ क्षेत्र होने के चलते शासन प्रशासन द्वारा भी इस गंभीर समस्या की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. एक कार्यकर्ता गोविंद प्रसाद बडोनी ने कहा कि ईसाई मिशनरी लगातार हावी हो रही है और गरीबों को पैसों का लालच देकर धर्मान्तरण किया जा रहा है. इसके खिलाफ आंदोलन छेड़ा जाएगा. वहीं, एक अन्य सामाजिक कार्यकर्ता तेजराम सोमवाल ने कहा कि पिछले कुछ सालों से घनसाली में दलित समुदाय के लोगों के धर्म परिवर्तन का सिलसिला चल रहा है.
पुलिस ने कहा, समझदारी से लें काम
इस पूरे मामले में एसएसपी तृप्ति भट्ट ने कहा कि सोशल मीडिया पर भ्रामक वीडियो फैलाए जाते हैं और लोगों को सजग रहना चाहिए. ’किसी भी वीडियो की प्रामाणिकता को जांचे बगैर उस पर विश्वास नहीं करना चाहिए. किसी तरह के धर्मान्तरण की शिकायत पुख्ता ढंग से सामने आएगी तो कड़ा एक्शन लिया जाएगा.’
खबर इनपुट एजेंसी से